पार्लियामेन्ट चुनाव 2019 धीरे-धीरे नजदीक आता जा रहा है सभी राजनैतिक पार्टी व दलों ने रणनीति बनाकर चुनाव में अपनी फतह सुनिश्चित करने का प्रयास शुरू कर दिया है इसी क्रम में उत्तर प्रदेश की अम्बेडकरनगर संसदीय सीट से भाजपा समर्थित चुनावी प्रत्याशी कौन होगा इसको लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। कुर्मी बाहुल्य इस क्षेत्र से टाइगर राम निहोर पटेल जो देशभक्त न्याय पार्टी राष्ट्रीय महासचिव हैं के बारे में राजनैतिक हलकों में यह चर्चा शुरू हो गई है कि चुनाव 2019 का समर ये अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल और भाजपा के समर्थन से लडेंगे।
जानें अनुप्रिय पटेल के बारे में-
अनुप्रिया पटेल भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने उत्तर प्रदेश की मिर्जापुर सीट से अपना दल की ओर से भाग लिया। अनुप्रिया पटेल मोदी सरकार की सबसे युवा मंत्री हैं तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री के रूप में कार्यरत है अनुप्रिया पटेल अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं इनके पिता अपना दल के संस्थापक यशकाय डा० सोनेलाल पटेल थे तथा माता श्रीमती कृष्णा पटेल जी हैं।
इस बावत जब टाइगर पटेल से बात की गई तो उन्होंने मुस्कुरा कर कहा कि यह राजनैतिक गोपनीयता है। आगामी दिनों में जल्द ही इसका सार्वजनिकरण कर दिया जाएगा। रही बात चुनाव लड़ने की तो वह पूर्व की तरह इस बार भी पूरे दम खम के साथ चुनाव मैदान में उतरेंगे। यदि राजनैतिक हलकों में होने वाली चर्चा सही साबित हो गई तो कोई दो राय नहीं कि इस बुढ़ापे में वह देश की महापंचायत दिल्ली लोकसभा में प्रवेश पाकर कुर्सी पर विराजमान हो जाएँ।
इस बावत जब टाइगर पटेल से बात की गई तो उन्होंने मुस्कुरा कर कहा कि यह राजनैतिक गोपनीयता है। आगामी दिनों में जल्द ही इसका सार्वजनिकरण कर दिया जाएगा। रही बात चुनाव लड़ने की तो वह पूर्व की तरह इस बार भी पूरे दम खम के साथ चुनाव मैदान में उतरेंगे। यदि राजनैतिक हलकों में होने वाली चर्चा सही साबित हो गई तो कोई दो राय नहीं कि इस बुढ़ापे में वह देश की महापंचायत दिल्ली लोकसभा में प्रवेश पाकर कुर्सी पर विराजमान हो जाएँ।
आप भी जानिये टाइगर कौन हैं.....?
टाइगर राम निहोर पटेल (मो.नं.- 7570932092)
टाइगर राम निहोर पटेल अम्बेडकरनगर जनपद के कटेहरी ब्लाक अन्तर्गत ग्राम नन्दूपुर के निवासी, स्व. भुंइधर वर्मा की बड़ी सन्तान के रूप में वर्ष 1951 में 03 मार्च को पैदा हुए थे और वर्ष 1971 में भारतीय सेना में भर्ती होकर देश की सेवा किया। नायक पद से सेवा निवृत्ति उपरान्त राम निहोर वर्मा ने सर्वप्रथम अपना नाम परिवर्तित कर टाइगर राम निहोर पटेल कर दिया। तदुपरान्त इन्होंने राजनीति के माध्यम से पिछड़ों, दलितों की सेवा का संकल्प लिया और बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में सक्रिय होकर समाज सेवा करने लगे। कालान्तर में रामनिहोर वर्मा ने अपने स्वजातीय नेता स्व. सोनेलाल पटेल संस्थापक अपना दल ज्वाइन किया और विशुद्ध कुर्मी लीडर बनकर स्थानीय राजनैतिक परिदृश्य में चीते की तरह कुलांचे भरना शुरू कर दिया।
टाइगर पटेल ने सोने लाल पटेल की मृत्यु उपरान्त अपना दल में अपनी प्रभावहीनता को देखते हुए पार्टी का परित्याग कर दिया, और स्थानीय स्वजातीय मित्रों, समर्थकों के सहयोग से देशभक्त न्याय पार्टी का गठन किया। वर्ष 2014 से वह इस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के रूप में सक्रिय रहकर राजनीति को माध्यम बनाकर समाजसेवा कर रहे हैं और निर्दल प्रत्याशी के रूप में संसदीय व विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं। ग्राम प्रधान से लेकर एम.पी. तक का चुनाव लड़ने वाले टाइगर राम निहोर पटेल (मो.नं.- 7570932092) ने चुनावी पराजय के बाद भी हार नहीं मानी है और एकला चलो के सिद्धान्त पर अमल करते हुए इन्होंने चुनावी मैदान में उतर कर प्रतिद्वन्दियों से दो-चार हाथ करने का मन बनाया हुआ है।