अशरफपुर भुआ के ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, जलालपुर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
पूर्ति निरीक्षक, क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी और जिला पूर्ति अधिकारी गरीब लाभार्थियों की करते है अनदेखी
ग्रामीणों ने की है पूर्ति निरीक्षक को हटाये जाने की मांग
कोटेदार करता है घटतौली/कटतौली और अभद्रता
गरीब राशन कार्ड धारकों द्वारा विरोध करने पर उनके साथ कोटेदार अभद्र व्यवहार भी करते है। जिले के जलालपुर तहसील क्षेत्र के अशरफपुर भुआ गांव के ग्रामीणों ने बीते दिवस तहसील परिसर में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने एसडीएम जलालपुर को एक ज्ञापन भी सौंपा। उक्त ज्ञापन में ग्रामीणों ने गांव के कोटेदार पर अंगूठा लगवाकर कम राशन देने, घटतौली और कटतौली व अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया। साथ ही कोटेदार के खिलाफ कार्यवाही की मांग की ।
प्रदर्शनकारी ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे कुछ जानकारों ने बताया की पूर्ति निरीक्षक जलालपुर अशरफपुर भुआ के कोटेदार के क्रियाकलापो पर नियंत्रण लगा देते तो गरीब कार्ड धारको को प्रदर्शन करने की जरूरत ही नही पड़ती। साथ पूर्ति निरीक्षक कार्यालय जलालपुर में कार्यरत दबंग एवं माफिया प्रवृत्ति के दबंग कर्मचारियों के क्रियाकलापो पर नियंत्रण लगाये जाने की मांग भी ग्रामीणों द्वारा की गई। इन सबका आरोप है कि क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी और जिला पूर्ति अधिकारी स्तर पर उनकी समस्याओं का समाधान नही हो पाता है।
मांग: पूर्ति निरीक्षक के कारनामे की जांच व तबादले की मांग
पूर्ति विभाग के तहसील व जिला स्तर के अधिकारी भी कार्ड धारको की समस्याओ की तरफ ध्यान ही नही देते हैं। यदि ये उच्च अधिकारी अपने दायित्वो का निर्वहन ईमानदारी से करते तो कोटेदार द्वारा की जा रही अनियमितता पर नियंत्रण लगता। अफसर कोटेदार और दलालो की गठजोड़ की वजह से जलालपुर तहसील क्षेत्र के ग्रामीण राशन कार्ड धारक इनके शोषण का शिकार हो चुके हैं। इन सभी ने जलालपुर तहसील में तैनात पूर्ति निरीक्षक पर आरोप लगाया है कि वह 15 किमी दूर आजमगढ़ की पश्चिमी सीमा पर स्थित एक गांव का निवासी हैं। इसलिए पूर्ति निरीक्षक कार्यालय जलालपुर में कार्य कर रहे दबंग कर्मचारियों/बहुचर्चित निजी माफिया किस्म कें स्थानीय कर्मचारी के साथ मिलकर गरीबों के निवाले पर डाका डाल रहे हैं। इस निरीक्षक का यहां से अविलम्ब तबादला किया जाये।
अशरफपुर भुआ के प्रदर्शनकारी ग्रामीणों का आरोप है कि उक्त गांव का कोटा दबंग एवं हैकड़ कोटेदार का समस्त कार्य उनका लड़का देखता है। इन ग्रामीणों ने कहा है कि बाप से बेटा कई गुना अभद्र व्यक्ति है। प्रदर्शनकारी ग्रामीणों के अनुसार यदि यह कहा जाये बाप एक नम्बरी बेटा दस नम्बरी तो कोई गलत नही होगा। अशरफपुर भुआ गांव के ग्रामीणों ने कहा है कि कोटेदार एवं उसके पुत्र के कारनामें अजीब है। ये दोनो व्यक्ति कार्ड धारको को खाद्यान्न राशन कार्ड के अनुसार ना देकर पूरा पैसा भी वसूलते है। सरकार द्वारा निर्धारित गेहू और चावल की मात्रा 5-5 किलो प्रति कार्ड पर कम दिया जाता है और मूल्य पूरा वसूला जाता है। इसका विरोध व शिकायत करने पर कोटेदार व उसका पुत्र पूरा परिवार मारपीट पर उतारू हो जाता है। लोग कोटेदार के इस रवैये से परेशान है।
प्रदर्शकारी ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि विगत माह अन्तोदय कार्ड धारको को इस कोटेदार द्वारा 3 किलो के स्थान पर 2 दी गई और मूल्य 60 रूपये वसूला गया। इन सबके अनुसार अशरफपुर भुआ के कोटेदार की शिकायत करने के लिए जलालपुर तहसील परिसर में स्थित पूर्ति निरीक्षक कार्यालय में जाने वाले फरियादी कार्ड धारको की सर्वथा अनदेखी की जाती है। ग्रामीणो ने आरोप लगाते हुये कहा है कि कहा कि पूर्ति निरीक्षक, एआरओ और जिला पूर्ति अधिकारी स्तर पर शिकायत करने पर जब कोई परिणाम नही मिला तो वह लोग थक हार कर एसडीएम जलालपुर की शरण में आये और समस्या व शिकायतो का ज्ञापन उन्हे सौंपा। ग्रामीणों के शिकायत के बाबत जब पूर्ति निरीक्षक जलालपुर, क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी और जिला पूर्ति अधिकारी से दूरभाष पर जब उनका पक्ष जानना चाहा तो सम्पर्क नही हो सका।
अशरफपुर भुआ के प्रदर्शकारी ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे ग्राम प्रधान नरेन्द्र देव ने बताया कि एसडीएम को सौपे ज्ञापन में कोटेदार के विरुद्ध कार्यवाही व शासन से निर्धारित मात्रा में राशन देने की मांग की है। प्रदर्शकारियों ने अशरफपुर भुआ के घनश्याम, मनीराम, फूलमती, पुष्पा, मत्तीदेवी, सुशीला, फूलकुमारी, अरविन्द, रतीराम आदि दर्जनों की संख्या में मौजूद रहे। प्रदर्शनकारी ग्रामीण कार्ड धारको की इस शिकायत और मांग को एसडीएम जलालपुर अभय कुमार पाण्डेय द्वारा गम्भीरता से लिया गया है। ग्रामीणो की शिकायती मांग पत्र पर जांच के लिये नायब तहसीलदार को निर्देशित किया गया हैं।
अशरफपुर भुआ के प्रदर्शनकारी ग्रामीणों को आश्वासन देकर एसडीएम जलालपुर नेे तो चुप करा दिया है फिर भी उन्हे न्याय मिलने में कितना समय लगेगा इस पर प्र्रश्न चिन्ह लगा हुआ है। क्या निरीक्षक जलालपुर के क्रियाकलाप की जांच होगी, इनका तबादला होगा। यह फिलहाल अनउत्तरित बना हुुआ है।