उ0प्र0 विस चुनाव-2022: अम्बेडकरनगर की पाँचों सीटें सपा की झोली में

उ0प्र0 विस चुनाव-2022: अम्बेडकरनगर की पाँचों सीटें सपा की झोली में


भाजपा कमल खिलाने
और बसपा अपना गढ़ बचाने में रही नाकाम

-रीता विश्वकर्मा

और अन्ततः विस चुनाव-2022 का चुनावी परिणाम 10 मार्च दिन गुरूवार को आ ही गया। जब अम्बेडकरनगर जिले की पाँचों विधानसभा सीटों पर साइकिल दौड़ने लगी। और भाजपा का कमल मुरझा गया तथा बसपा का अभेद्य दुर्ग भरभराकर ध्वस्त हो गया। जिले की सभी पाँच विधानसभा सीटों पर कभी हाथी वाला नीला झण्डा लहराया करता था। इस जिले को बसपा का अभेद्य दुर्ग कहा जाता था। जैसे-जैसे समय बीतता गया वैसे-वैसे जिले के मतदाताओं की सोच एवं रूचि में परिवर्तन आने लगा। 

जनता, युवा वर्ग एवं सामान्य मतदाताओं ने पार्टी प्रत्याशी और पार्टियों के बारे में जागरूक मतदाता की तरह सोचना शुरू कर दिया। उन्हें विकास, सरकारी नौकरियां, रोजगार, शिक्षा, सुरक्षा, महंगाई आदि अनेकों समस्याओं की पीड़ा ने पार्टी और प्रत्याशी बदलने के लिए विवश कर दिया। परिणामतः इस विस चुनाव में यहाँ की पाँचों विधानसभा सीटों पर बसपा का खाता ही नहीं खुला। इसके अलावा पिछले विस चुनाव-2017 में आलापुर और टाण्डा से भाजपा ने जो जीत हासिल की थी इस बार के चुनाव में उसे इससे भी हाथ धोना पड़ा। कुल मिलाकर जिले में कमल खिल नहीं पाया और न हाथी निशान वाला नीला झण्डा ही लहरा पाया। इस जिले में यत्र-तत्र-सर्वत्र यदि कुछ दिख रहा है तो वह है अखिलेश की जय-जयकार करता हुआ रेस लगाता साइकिल सवार।

उ.प्र. विस चुनाव-2012: कौन जीता और कौन हारा-

मायावती की पार्टी बसपा के इस अभेद्य दुर्ग को आज के 10 साल पहले (वर्ष- 2012) साइकिल सवार सपाइयों ने ही ध्वस्त किया था। विधानसभा चुनाव-2022 का परिणाम ठीक उसी तरह है जैसे वर्ष-2012 के चुनाव में रहा। हां यह बात दूसरी है कि तब पार्टी प्रत्याशी फ्रेश रहे। इस बार के चुनाव में एक (राम मूर्ति वर्मा) को छोड़कर बाकी 4 सपा प्रत्याशी दिग्गज लीडर तो जरूर रहे लेकिन ये दलबदलुओं की श्रेणी में आते हैं। 

यह बताना जरूरी है कि विधानसभा चुनाव 2012 में कटेहरी विधानसभा क्षेत्र से सपा प्रत्याशी शंखलाल मांझी ने अपने निकटतम प्रतिद्वन्दी बसपा के लालजी वर्मा को हराकर जीत दर्ज की थी। वहीं अकबरपुर विधानसभा क्षेत्र से सपा प्रत्याशी राम मूर्ति वर्मा बसपा के संजय राजभर (राम अचल राजभर के सुपुत्र) को शिकस्त देकर जीत हासिल की थी। टाण्डा विधानसभा क्षेत्र से सपा प्रत्याशी मरहूम अजीमुलहक पहलवान ने बसपा के विशाल वर्मा को हराया था। जलालपुर विधानसभा क्षेत्र से सपा प्रत्याशी स्व0 शेर बहादुर सिंह ने बसपा के युवा प्रत्याशी रितेश पाण्डेय मात दी थी। जिले की एक मात्र सुरक्षित सीट आलापुर से विस चुनाव-2012 में सपा के भीम प्रसाद सोनकर ने बसपा प्रत्याशी त्रिभुवन दत्त को हराकर प्रदेश की राजधानी में लखनऊ स्थित पंचायत में प्रवेश लिया था। 

यह तो रही विस चुनाव-2012 की एक झलक जिसमें सर्वश्री शंखलाल मांझी, राम मूर्ति वर्मा, मरहूम अजीमुलहक पलवान, स्व. शेरबहादुर सिंह और स्व. भीम प्रसाद सोनकर (सभी सपा) विजयी हुए थे और इन सभी ने अपने निकटतम प्रतिद्वन्दी बसपा प्रत्याशियों को ही हराया था। तत्समय लालजी वर्मा, संजय राजभर, अजय कुमार उर्फ विशाल वर्मा, रितेश पाण्डेय और त्रिभुवनदत्त बसपा प्रत्याशी के रूप में कटेहरी, अकबरपुर, टाण्डा, जलालपुर और आलापुर से क्रमशः चुनाव मैदान में थे। 

आइये आपको उत्तर प्रदेश विस चुनाव-2022 के चुनाव परिणम के बारे में बतायें। यहाँ की पाँचो विधानसभा सीटों पर सपा ने पुनः जीत हासिल करके अपना परचम लहराया है। उल्लेख करना जरूरी है कि एक-दो को छोड़कर यहाँ सभी मुकाबले मिश्रित रहे। कहीं सपा बसपा तो कहीं सपा भाजपा में चुनावी लड़ाई रही। कटेहरी विधानसभा क्षेत्र से लालजी वर्मा सपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में थे। सपा में आने से पहले ये बसपा के प्रभावशाली नेताओं में शुमार थे। इस बार इन्होंने अपनी पुरानी कर्मभूमि कटेहरी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा व निषाद पार्टी के संयुक्त प्रत्याशी अवधेश द्विवेदी को हराकर अपना राजनैतिक वर्चस्व कायम रखा। यहाँ बसपा प्रत्याशी के रूप में पहली बार चुनाव लड़ रहे युवा प्रतीक पाण्डेय तीसरे नम्बर पर रहे। 

अकबरपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे तीन दिग्गजों सर्वश्री राम अचल राजभर (सपा), चन्द्र प्रकाश वर्मा (बसपा) और धर्मराज निषाद (भाजपा) में त्रिकोणीय मुकाबला रहा। इस मुकाबले में पुराने राजनैतिक अखाड़िया और दिग्गज पूर्व बसपा लीडर/मंत्री वर्तमान सपा प्रत्याशी राम अचल राजभर ने यहाँ से अपनी जीत दर्ज कराया। इनके मुकाबले भाजपा के धर्मराज निषाद (पूर्व बसपा लीडर/मंत्री) रहे। यहाँ तीसरे नम्बर पर बसपा के चन्द्र प्रकाश वर्मा रहे। 

टाण्डा विधानसभा क्षेत्र की बात की जाये तो यहाँ त्रिकोणीय मुकाबला था। सपा भाजपा और बसपा की चुनावी लड़ाई में जीत सपा प्रत्याशी/पूर्व मंत्री राम मूर्ति वर्मा के हिस्से में आई। दूसरे नम्बर पर भाजपा के कपिल देव वर्मा रहे जबकि बसपा की शबाना खातून तीसरे नम्बर पर रहीं। 

जलालपुर विधानसभा क्षेत्र का चुनावी मुकाबला सपा और बसपा के बीच रहा। जबकि भाजपा तीसरे नम्बर पर रही। विस चुनाव-2022 के परिणाम उपरान्त सपा के राकेश पाण्डेय को विजयश्री मिली। इनके मुकाबले चुनावी लड़ाई में बसपा के डॉ. राजेश सिंह रहे। भाजपा प्रत्याशी सुभाष चन्द्र राय तीसरे नम्बर पर रहे। बता दें कि यहाँ से विस चुनाव-2022 में जोर आजमाइश करने वाले ये सभी प्रत्याशी दिग्गज दलबदलू रहे। सपा प्रत्याशी राकेश पाण्डेय ने बसपा से सपा, बसपा प्रत्याशी डॉ. राजेश सिंह भाजपा से बसपा में तथा भाजपा प्रत्याशी सुभाष चन्द्र राय सपा से भाजपा में पिछले महीनों दल बदलकर इन्ट्री लिये थे। 

जिले की एक मात्र सुरक्षित सीट आलापुर पर त्रिभुवन दत्त ने अपने निकटतम प्रतिद्वन्दी त्रिवेणीराम को हराकर जीत दर्ज किया है। यहाँ तीसरे नम्बर पर केसरा देवी गौतम रही। बता दें कि त्रिभुवन दत्त सपा, त्रिवेणी राम भाजपा के और केसरा देवी गौतम बसपा की प्रत्याशी रहीं। त्रिभुवन दत्त कुछ माह पूर्व दिग्गज बसपा लीडर में शुमार थे। सांसद और जिलापंचायत अध्यक्ष रहने के साथ-साथ विधायक भी रहे। इन्होंने बीते वर्ष अपनी पुरानी राजनैतिक पार्टी बसपा को छोड़कर सपा का झण्डा थामा था। (रेनबोन्यूज समाचार सेवा)


रीता विश्वकर्मा

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