प्रधानाचार्या ने इस घटना से जताई अनभिज्ञता
अम्बेडकरनगर। इस समय उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित हाईस्कूल व इण्टरमीडियट की परीक्षाएँ विभाग द्वारा निर्धारित परीक्षा केन्द्रों पर चल रही हैं। इनमें क्षेत्र के ग्रामीण और शहरी अंचलों में स्थापित विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राएँ दोनों पालियों में होने वाली परीक्षाओं में सम्मिलित हो रहे हैं।
अकबरपुर के दक्षिणांचल में स्थित राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज, बेवाना परीक्षा केन्द्र पर परीक्षार्थियों से धनवसूली किये जाने का मामला संज्ञान में आया है, जो इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है। इसमें एक छात्रा ने आरोप लगाया है कि उक्त परीक्षा केन्द्र पर कक्ष संख्या-9 में जाँच पत्र पर हस्ताक्षर किये जाने के नाम पर उससे विद्यालय के एक कर्मचारी द्वारा पैसों की मांग की गई।
विवरण अनुसार परीक्षार्थी/छात्रा महिमा पाल पुत्री चिन्ताराम पाल निवासी ग्राम अहलादे, पोस्ट-जगदीशपुर-मुस्लिम ने बताया कि वह 4 अप्रैल 2022 को प्रातः जीजीआईसी, बेवाना परीक्षा केन्द्र पर इण्टर मीडियट की प्रथम पाली में होने वाली शिक्षा शास्त्र की परीक्षा देने गई थी। उसने अपना विषय परिवर्तन करवाया था। जिसके लिए उसने आवेदन पत्र उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद और जिला विद्यालय निरीक्षक अम्बेडकरनगर को दिया था। उसके आवेदन पर संस्कृत के स्थान पर शिक्षा शास्त्र विषय परिवर्तित कर दिया गया था।
उक्त परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा दे रही छात्रा महिमा पाल से जाँचपत्र पर हस्ताक्षर कराने के नाम पर विद्यालय/परीक्षा केन्द्र के एक पुरूष कर्मी द्वारा 200 रूपए की मांग की गई। परीक्षार्थी छात्रा द्वारा जब पैसा देने में असमर्थता व्यक्त की गई तो उससे कहा गया कि वह अपने सहपाठियो/हित-मित्रों से उधार लेकर पैसा दे दे तभी जांच पत्र पर हस्ताक्षर हो पायेगा और वह परीक्षा दे पायेगी।
इतना सुनने के बाद छात्रा परेशान हो गई और उसने काफी अनुनय-विनय किया तब किसी तरह जाँच पत्र पर हस्ताक्षर हुआ और वह परीक्षा दे पाई। इस घटना के बाद छात्रा काफी भयाक्रान्त है। उसे अपने भविष्य को लेकर चिन्ता है। वह भयग्रस्त है कि आगामी 11 अप्रैल को उसके समाजशास्त्र विषय की परीक्षा है कहीं उसमें कोई व्यवधान न पड़े।
बता दें कि राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज परीक्षा केन्द्र पर क्षेत्र के लगभग आधा दर्जन विद्यालयों के छात्र परीक्षा दे रहे हैं। महिमा पाल के साथ हुई इस घटना के बावत उसके साथ परीक्षा दे रहे अन्य बच्चों का कहना है कि इसकी पुष्टि के लिए कक्ष संख्या 9 में लगे वायस रिकार्डर और सीसीटीवी का अवलोकन किया जा सकता है।
इस सम्बन्ध में राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज बेवाना की प्रधानाचार्या नीलम यादव से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमारे परीक्षा केन्द्र पर ऐसा कोई मामला उनके संज्ञान में नहीं आया है। हमें इस तरह के घटना की कोई जानकारी नहीं है। आप लोगों को पता नहीं किसने बता दिया। सारे परीक्षार्थी शान्तिपूर्ण ढंग से परीक्षा दे रहे हैं।
