जस्टिस उदय उमेश ललित बने देश के नए चीफ जस्टिस

जस्टिस उदय उमेश ललित बने देश के नए चीफ जस्टिस

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित को भारत के मुख्य न्यायाधीश (चीफ जस्टिस) के पद की शपथ दिलाई हैं। भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में, उदय उमेश ललित ने शपथ ली है। जस्टिस उदय उमेश ललित के सीजेआई के रूप में शपथ लेते वक्त उनके परिवार की तीन पीढ़ियां राष्ट्रपति भवन मौजूद थीं। हालांकि केवल 74 दिनों का होगा। पीठ के मामलों के अलावा, उदय उमेश ललित देश भर में न्यायाधीशों की नियुक्ति करने वाले कॉलेजियम का भी नेतृत्व करेंगे। उदय उमेश ललित को अगस्त 2014 में उन्हें एक वकील से सीधे सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया गया था। वह सीजेआई बनने वाले ऐसे दूसरे जज हैं।

यूयू ललित पहली बार 1980 के दशक में दिल्ली आए थे। बॉम्बे हाई कोर्ट से अपनी प्रैक्टिस को स्थानांतरित करने के बाद यूयू ललित दिल्ली आए। यहां वह मयूर विहार में दो कमरों के फ्लैट में रहते थे। देखते ही देखते वह दिल्ली में आपराधिक केसों के एक्सपर्ट बन गए। वह सुप्रीम में एक नामित वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में उभरे। यूयू ललित जिन हाई-प्रोफाइल मामलों में पेश हुए हैं, उसमें एक क 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामला था, जिसमें अदालत ने उन्हें विशेष लोक अभियोजक नियुक्त किया था।

महाराष्ट्र के रहने वाले जस्टिस उदय उमेश ललित के दादा, रंगनाथ ललित (102 साल उम्र) भारत की आजादी से बहुत पहले सोलापुर में एक वकील थे। सीजेआई उदय उमेश ललित के 90 वर्षीय पिता उमेश रंगनाथ ललित भी हाई कोर्ट में वकील थे।

इसके अलावा जस्टिस ललित की पत्नी अमिता ललित नोएडा में एक स्कूल चलाती हैं। इनके दो बेटे हर्षद और श्रेयश हैं। दोनों बेटों ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की, वहीं श्रेयश ललित ने बाद में कानून की ओर रुख किया। उनकी पत्नी रवीना भी वकील हैं। हर्षद ललित बतौर रिसर्चर काम करता है और पत्नी राधिका के साथ अमेरिका में रहता है।


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