- सत्यम सिंह
अम्बेडकरनगर। भीषण गर्मी और धूप के चलते जानवर से लेकर इंसान भी छांव की तलाश करता है। सभी लोग गर्मी से बचने के लिए तमाम उपाय भी करते है। इन सबके बीच वर्दीधारी सिपाही तपती सड़क पर चिलचिलाती धूप में सड़क पर ड्यूटी कर रहा होता है। 40 डिग्री तापमान के बीच सड़क पर ड्यूटी करने वाले सिपाहियों के लिए छांव की कोई व्यवस्था नहीं है।
शहर में कानून व्यवस्था से लेकर यातायात व्यवस्था को संभालने के लिए प्रतिदिन सिपाहियों की ड्यूटी सड़क पर लगाई जाती है। दिनभर गश्त से लेकर घंटो तक सड़क पर खड़े रहकर सिपाहियों द्वारा ड्यूटी की जाती है। चालीस डिग्री तापमान के बीच तपती सड़क पर आसमान से बरस रही आग के बीच ड्यूटी करने के साथ वीआईपी मूवमेंट में सड़क पर यातायात को सामान्य बनाये रखना काफी कठिन कार्य होता जाता है। इसके बावजूद विभाग के आलाधिकारियों की ओर से पुलिसकर्मियों के लिए छांव की व्यवस्था नहीं की गई है।
इसके साथ सिपाहियों के लिए पानी पीने के इंतजाम भी नहीं है। हालांकि कुछ स्थानों पर अकबरपुर नगर पालिका की ओर से मुख्य स्थानों पर वाटर कूलर भी नहीं लगाया गया है जिससे इन्हें राहत तो मिलती है कोई व्यवस्था नहीं होने पर आसपास की दुकानों पर पानी के लिए निर्भरता हो जाती है।दिनभर खड़े रहने से शरीर पर इसका दुष्प्रभाव भी पड़ता है।
चौराहों व तिराहों पर सिपाही, कांस्टेबल, पीआरडी जवान और ट्रैफिक पुलिस सुरक्षा चौराहों की व्यवस्था में लगी मिलती है।अकबरपुर बस स्टेशन और पुरानी तहसील तिराहे के पास ड्यूटी करने वाले यातायात पुलिस कर्मियों के लिए बारहों महीने कष्टकारी साबित होते है। प्रबुद्धवर्गीय लोगों का कहना है कि अकबरपुर-शहजादपुर के प्रमुख चौराहों पर पुलिस के लिए छांवों वाले शेडों का निर्माण किया जाना चाहिए।
