ओपी राजभर का राजभर बस्ती में प्रवेश वर्जित, जानिए कारण..

ओपी राजभर का राजभर बस्ती में प्रवेश वर्जित, जानिए कारण..

मऊ जिले के कोपागंज में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के खिलाफ पोस्टर लगाए गए, जिनमें ओमप्रकाश राजभर के गांव में घुसने पर पाबंदी का जिक्र किया गया है। पोस्टर व बैनरों में लिखा है कि ओमप्रकाश राजभर का राजभर बस्ती में आना-जाना मना है।

गांव के लोगों का दावा है कि ओमप्रकाश राजभर लगभग दो दशक से अपने समाज को ठगने का काम कर रहे हैं। वह अपने परिवार के लिए हमारे समाज की भावनाओं को उकसाकर रैली में बुलाकर भीड़ दिखाते हैं। उसके बाद अपने और अपने बेटे के अलावा सारे टिकटों को बेच देते हैं।

ये पाेस्टर व बैनर कोपागंज के गांव लखीमपुर में लगाए गए हैं। गांव के ही निवासी एक पूर्व कार्यकर्ता ने बताया, " हमारे राजभर समाज की बहन-बेटियां ट्रैक्टर ट्रॉली और अन्य वाहनों में भरकर ओपर राजभर की रैली में जाती हैं, जिसका प्रभाव दिखाकर ओपी राजभर दूसरे दलों से गठबंधन कर लेते हैं। उनसे टिकट लेकर उसका सौदा कर देते हैं और सिर्फ बाप बेटा चुनाव लड़ते हैं। बाकी कार्यकर्ता ठगे जाते हैं। इस प्रकार ओपी राजभर अपने ही समाज को ठगने का काम कर रहे हैं। इसलिये इन्हें गांव में आने से रोका गया है। "

दरअसल, ओमप्रकाश राजभर मऊ बिहार की राजधानी पटना में 26 सितंबर को होने वाली सावधान यात्रा को लेकर शुक्रवार को मऊ नगर क्षेत्र के हिंदी भवन में पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने वाले हैं। उसके बाद उन्हें घोसी क्षेत्र के कई गांवों में दौरा करना है। उनके दौरे का विरोध करते हुए राजभर बाहुल्य गांव लखीमपुर में ये पोस्टर लगाए गए हैं।बताया जाता है कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी छोड़ चुके कार्यकर्ताओं ने ओमप्रकाश राजभर का राजभर बस्ती में आना मना है के पोस्टर लगाए हैं। पार्टी के कार्यकर्ता ने बताया," ये पोस्टर पूरे घोषी क्षेत्र के अलावा पूरे प्रदेश में लगाए जाएंगे। सुभासपा टूट चुकी है, लोग ओपी राजभर की ठगी को समझ चुके हैं।

बताते चलें कि ओमप्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) में बीते 5 सितंबर को मऊ से 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा-सुभासपा गठबंधन के प्रत्याशी रहे व सुभासपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र राजभर ने बगावत कर 30 कार्यकर्ताओं संग पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।

उन्होंने सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा था " वह पार्टी के मिशन से भटक चुके हैं। वह व्यक्तिगत मिशन धन बटोरने के चक्कर में लगे हुए हैं। ऐसे नेता के साथ रहना देश के साथ खिलवाड़ है।

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