यूपी में सबसे ताकतवर ब्यूरोक्रैट बने संजय प्रसाद, लेकिन ट्रांसफर ऑर्डर से नवनीत सहगल क्यों आए चर्चा में?

यूपी में सबसे ताकतवर ब्यूरोक्रैट बने संजय प्रसाद, लेकिन ट्रांसफर ऑर्डर से नवनीत सहगल क्यों आए चर्चा में?


उत्तर प्रदेश सरकार ने आईएएस अधिकारियों के तबादलों के साथ ही बड़ा संदेश दे दिया है। यह संदेश ब्यूरोक्रेसी के लिए है। शासन की कमान मंत्रियों के हाथों में ही होगी। जन प्रतिनिधियों का सम्मान तमाम अधिकारियों को करना होगा। सबसे बड़ी बात तो यह है कि जिन अधिकारियों ने यह सोचना शुरू कर दिया था कि शासन की कमान उनके हाथों में आ गई है, उन तमाम अधिकारियों को ताजा ट्रांसफर ऑर्डर से खासी निराशा होगी। 16 सीनियर आईएएस अधिकारियों के तबादले सरकार के आदेश पर किए गए हैं। इसमें से 13 के विभागीय ट्रांसफर हैं, जबकि तीन अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। हालांकि, ताजा ट्रांसफर लिस्ट में प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में संजय प्रसाद ताकतवर हो गए हैं, लेकिन चर्चा में नवनीत सहगल आ गए हैं।

यूपी सरकार की ओर से जारी ट्रांसफर आदेश में नवनीत सहगल को सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के अपर मुख्य सचिव के पदभार से हटाए जाने को लेकर यह चर्चा चल रही है। नवनीत सहगल को यूपी सरकार के भरोसेमंद अधिकारियों में माना जाता था। उनके पास अभी सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के अलावा खादी एवं ग्रामोद्योग, एमएसएमई एवं निर्यात प्रोत्साहन, रेशम एवं हस्तकरघा और वस्त्रोद्योग की प्रमुख जिम्मेदारी थी। ट्रांसफर आदेश के तहत नवनीत कुमार सहगल को अब अपर मुख्य सचिव खेलकूद विभाग के अपर मुख्य सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके बाद से सवाल यह उठ रहा है कि क्या नवनीत सहगल के पर कतर दिए गए हैं?

यूपी सरकार में अब सबसे ताकवर ब्यूरोक्रैट में संजय प्रसाद का नाम सबसे आगे आ गया है। उन्हें अवनीश अवस्थी के रिटायरमेंट के बाद गृह विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया है। अब तक मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के रूप में काम कर रहे संजय प्रसाद का नाम अवनीश अवस्थी के रिटायरमेंट के बाद गृह सचिव की जिम्मेदारी मिलने की रेस में सबसे आगे लिया जा रहा था। सरकार की ओर से अवनीश अवस्थी के कार्यकाल की अवधि विस्तार के लिए केंद्र को पत्र भेजा गया था। हालांकि, इस पत्र का जवाब राज्य सरकार को नहीं मिल पाया। बुधवार की शाम अवनीश अवस्थी रिटायर हो गए। इसके बाद सरकार की ओर से जारी ट्रांसफर ऑर्डर ने संजय प्रसाद को खासा ताकतवर बना दिया है।

संजय प्रसाद अब तक मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के अलावा प्रोटोकॉल, सूचना एवं जनसंपर्क, गृह, गोपन, बीजा पासपोर्ट, कारागार, सतर्कता, धर्मार्थ कार्य, ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत विभाग के प्रमुख सचिव का कार्यभार देख रहे थे। इसके अलावा यूपीडा एवं उपशा के सीईओ और कारागार महानिदेशक का कार्यभार भी देख रहे थे। अब उन्हें गृह विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया है। वे मुख्यमंत्री और प्रोटोकॉल के प्रमुख सचिव का कार्यभार देखेंगे। साथ ही, सूचना एवं जनसंपर्क, गोपन, बीजा पासपोर्ट और सतर्कता विभाग के प्रमुख सचिव का कार्यभार भी उनके पास रहेगा।

यूपी के प्रशासनिक महकमे में बुधवार को दो घटनाओं की खासा चर्चा रही। एक आयकर विभाग की छापेमारी और दूसरी अवनीश अवस्थी का रिटायरमेंट। अवनीश अवस्थी के रिटायरमेंट को लेकर उत्सुकता शाम तक बनी रही। केंद्र की सहमति नहीं मिलने के कारण उनकी सेवा विस्तार की कयासबाजी को पूरा नहीं कराया जा सका। वहीं, बुधवार को लखनऊ, कानपुर समेत 22 ठिकानों पर छापे मारे गए थे। इसमें से कई विभागों से जुड़े ठेकेदारों के ठिकानों पर छापेमारी की सूचना है। ऐसे में तबादलों को इस छापेमारी से भी जोड़कर देखा जा रहा है।


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