'हैरानी नहीं होगी अगर...', ओवैसी बोले 2024 में दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं नूपुर शर्मा

'हैरानी नहीं होगी अगर...', ओवैसी बोले 2024 में दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं नूपुर शर्मा

भाजपा की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने एक समाचार चैनल पर बहस के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी कर दी थी। उनके इस बयान से विवाद पैदा हो गया था। जिसके बाद भाजपा ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था। वहीं, अब उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का बड़ा बयान आया है। ओवैसी ने कहा कि अगर भाजपा से निलंबित नूपुर शर्मा दिल्ली से अगला लोकसभा चुनाव लड़ती हैं तो उन्हें कोई आश्चर्य नहीं होगा।







एएनआई रिपोर्टर से पोडकास्ट में ओवैसी ने शर्मा के खिलाफ भाजपा की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह निश्चित रूप से वापस आएंगी और भाजपा के लिए चुनाव लड़ेंगी। एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि भाजपा निश्चित रूप से उनका इस्तेमाल करेगी। अगर उन्हें लोकसभा चुनाव में दिल्ली से उम्मीदवार बनाया जाता है तो मुझे कोई आश्चर्य नहीं होगा।


जून 2022 में एक समाचार बहस के दौरान पैगंबर पर नूपुर शर्मा की विवादास्पद टिप्पणी से भारत के अलावा अन्य मुस्लिम देशों में भी बवाल मच गया था। उनके बयान को लेकर मुस्लिम-बहुसंख्यक देशों ने निंदा की थी। साथ ही मुस्लिम बाहुल्स देशों ने भारतीय दूतावास के जरिए विरोध भी दर्ज कराया था। वहीं, उनके इसी बयान के समर्थन करने के मुद्दे पर राजस्थान के उदयपुर में एक दर्जी की हत्या भी कर दी गई थी।


48 वर्षीय कन्हैया लाल की 28 जून को उनकी दुकान के अंदर घुसकर हमलावारों ने हत्या कर दी थी। हमलावारों ने इसे इस्लाम का अपमान करने के लिए बदला बताया था। हत्या के बाद दोनों हमलावारों को गिरफ्तार कर लिया था। इसी मामले में दिसंबर में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने कन्हैया लाल की नृशंस हत्या में दो पाकिस्तानी नागरिकों सहित 11 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था।


NIA की तरफ से आरोपियों के खिलाफ जयपुर में एक विशेष एनआईए अदालत में भारतीय दंड संहिता, गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम और शस्त्र अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप पत्र दायर किया गया था।


ओवैसी ने उदयपुर की घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि उदयपुर में सिर कलम करने जैसी घटनाओं की निंदा की जानी चाहिए। मैं 'सर तन से जुदा' जैसे नारों के खिलाफ हूं। मैं इसकी खुले तौर पर निंदा करता हूं। इस तरह के बयान से हिंसा भड़कती है। मैं हिंसा के खिलाफ हूं। वहीं, ओवैसी ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब नूपुर शर्मा किसी टेलीविज़न चैनल पर आई हैं। इससे पहले भी उन्होंने एक हिंदी न्यूज चैनल पर विवादित टिप्पणी की थी। मैं उनके खिलाफ इस्तेमाल की जा रही धमकियों के खिलाफ हूं।

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