बारिश से फसलों को भारी नुकसान, गांवों में छाया अंधेरा और यातायात भी प्रभावित, अब ओलावृष्टि के आसार

बारिश से फसलों को भारी नुकसान, गांवों में छाया अंधेरा और यातायात भी प्रभावित, अब ओलावृष्टि के आसार

तेज हवा और बारिश से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। वहीं बत्ती गुल होने से सैकड़ों गांवों में रातभर अंधेरा छाया रहा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, शुक्रवार और शनिवार को वेस्ट यूपी में ओलावृष्टि के आसार हैं।


 




पश्चिमी यूपी के मेरठ समेत अन्य जिलों में आंधी और बारिश से जहां फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है तो वहीं सैकड़ों गांवों की बत्ती गुल हो गई है। ऐसे में गुरुवार रात को गांवों में अंधेरा छाया रहा। उधर, फसलों को नुकसान होने से किसान भी चिंता में हैं। 


मेरठ शहर से लेकर देहात तक कई जगह बिजली के खंभे और पेड़ टूट गए। इससे पूरे शहर की बिजली गुल हो गई। शाम साढ़े छह बजे से रात दस बजे तक आपूर्ति बाधित रही। बेगमपुल पर खंभा टूट गया और दिल्ली रोड पर स्पोर्ट्स कांप्लेक्स की रोड पर पेड़ गिर गया। मवाना रोड सैनी पुल के पास रोडवेज बस पर यूनिपोल गिर गया। कुछ यात्री मामूली रूप से घायल हो गए। घटना के बाद मवाना रोड पर करीब घंटेभर जाम रहा। गंगानगर पुलिस ने रूट डायवर्ट करते हुए मवाना की ओर जाने वाले वाहनों को किला परीक्षितगढ़ मार्ग से निकाला गया।


वहीं 33 केवी और 11 केवी की लाइन में शास्त्रीनगर के ब्लॉक, एल ब्लॉक, लोहियानगर, जयभीम नगर, कंकरखेड़ा, विकासपुरी समेत कई क्षेत्रों में फाल्ट हो गए। विकासपुरी में सात बजे लाइट गई और देर रात तक नहीं आई। हापुड़ रोड पर 11 केवी के फीडर में फाल्ट होने के कारण शाम छह बजे से देर रात तक विद्युत आपूर्ति बाधित रही। क्षेत्र में बार-बार बिजली आती जाती रही, जिस कारण उपभोक्ताओं को भी परेशान होना पड़ा। कंकरखेड़ा, साकेत, सूर्या नगर, प्रभातनगर क्षेत्र में भी शाम साढ़े छह बजे के बाद लाइट गई जो कि देर रात तक नहीं आ पाई। करीब पांच घंटे से भी अधिक समय पर यहां बिजली गुल रही।


सहारनपुर में गुरुवार शाम अचानक मौसम बदल गया। धूल भरी आंधी ने लोगों को घरों में घुसने को मजबूर कर दिया। इस के कारण बाजारों से ग्राहकों की भीड़ भी छंट गई। मौसम विभाग ने भी जनपद में शुकवार और शनिवार को बारिश होने की संभावना जताई है। जिले में बारिश होने से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। सहारनपुर के अलावा शामली, बागपत और मुजफ्फरनगर में बारिश से फसलों को नुकसान पहुंचा है।


उधर, बिजनौर में तेज आंधी की वजह से बृहस्पतिवार रात पेड़ टूटकर ओएचई वायर पर गिर गया और मौजमपुर नारायण गजरौला ट्रैक पर रेल यातायात बाधित हो गया। नजीबाबाद गजरौला पैसेंजर जंगल में ही खड़ी हो गई। नजीबाबाद की तरफ आ रही दूसरी पैसेंजर गाड़ी को हलदौर रेलवे स्टेशन पर रोकना पड़ा। आंधी की वजह से नेशनल हाईवे समेत जिले की दूसरी सड़कों पर पेड़ गिर गए और सड़क यातायात भी बाधित हो गया।


पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से वेस्ट यूपी में मौसम ने पलटी मार दी। मौसम का मिजाज बदला तो शाम का समय से पहले अंधेरा छा गया और तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई। हवा की रफ्तार करीब 20 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे के रही। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो शुक्रवार-शनिवार को भी बारिश के आसार हैं।


मौसम कार्यालय पर अधिकतम तापमान 33.1 डिग्री व न्यूनतम तापमान 17.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधान के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एन सुभाष का कहना है कि शुक्रवार को दिन का तापमान 25 डिग्री के आसपास रहेगा। न्यूनतम तापमान 18-19 तक पहुंचने के आसार है। आज भी आसमान पर बादल छाए हुए हैं और माध्यम बारिश के आसार है। वेस्ट यूपी में कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है। एक अप्रैल को भी बारिश की संभावना है। सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही का कहना है कि बारिश से सबसे ज्यादा गेहूं की फसल को नुकसान होगा।

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