अम्बेडकरनगर। जैसे-जैसे गर्मी में पारा बढ़ रहा है, ठीक, उसी अंदाज में जिले के अनेकों क्षेत्रों में अग्निकांड जैसे हादसे होने शुरु हो गए हैं। सबसे बड़ा खतरा ग्रामीण इलाकों में हैं, जहां किसानों की मेहनत और पसीने की कमाई पकी हुई गेंहू की फसल के रूप में खेतों में खड़ी है।
इस समय ग्रामीण इलाकों में किसानों की फसल की मड़ाई का कार्य चल रहा है। इस कार्य में मशीनों एवं अन्य इलेक्ट्रिक उपकरणों का सहारा लेकर किसान अपनी उपज को सुरक्षित रखने का प्रयास कर रहा है। फिर भी सावधानी के बावजूद, अग्निकांड जैसे हादसे होने शुरू हो गए हैं। इससे किसानों की जमापूंजी जलकर भस्म हो जा रही है।जिले के कटेहरी ब्लॉक एवं अहिरौली थानाक्षेत्र के मरथुआ सरैया गांव में खड़ी 30 बीघा गेंहू की फसल जलकर राख हो गई। यह हादसा सोमवार 10 अप्रैल 2023 को दोपहर उस समय पेश आया, जब उक्त गांव के खेत में भूसा बनाने वाली मशीन से निकली चिंगारी शोला बन गई और उसने गांव के खेतों में खड़ी पकी फसलों को अपनी आगोश में ले लिया।
अहिरौली थाना क्षेत्र के मरथुआ सरैया गांव के खेत में भूसा बनाने वाली मशीन से निकली चिंगारी से गेहूं के खेत में आग लग गई। आग लगने से लगभग 30 बीघा गेंहू की तैयार फसल जलकर राख हो गई। सोमवार दोपहर मरथुआ सरैया ग्राम सभा में गेंहू के खेत मे आग लग गई।
ग्रामीणों ने प्रयास किया लेकिन तब तक कई बीघा गेंहू की खड़ी फसल जलकर राख हो गई।फायर स्टेशन अकबरपुर को ग्रामीणों ने फोन किया। फायर ब्रिगेड के प्रयास से भयंकर आग पर काबू पाया जा सका। किसान रामसूरत, राम तीरथ ,सुदामा देवी ,नौशाद आलम ,रामसेवक, प्रदीप कुमार, कृष्ण कुमार, राम सुरेश, मुनीराम, रक्षा राम, गिरीश, नूर आलम , सती राम, जमुना तिवारी, अशोक कुमार तिवारी, करिया, बबलू,सहित अन्य किसानों की फसल जलकर राख हो गई।
ग्राम सभा मरथुआ सरैया के प्रधान अजय पटेल ने राजस्व महकमे को सूचित किया। उनकी सूचना पर लेखपाल घटना स्थल पर पहुंचकर अग्निकांड में हुए नुकसान का आकलन किया। यथासंभव मदद कराने का किसानों को भरोसा दिलाया।

