देश में कोरोना संक्रमण के दैनिक मामले अब 10 हजार से अधिक हो गए हैं। बुधवार को 10,158 लोगों में संक्रमण की पुष्टि की गई है, जो पिछले दिन (7830 संक्रमितों) की तुलना में 30 फीसदी का उछाल है। देश में अब कोरोना का डेली पॉजिटिविटी रेट 4.42 प्रतिशत जबकि साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 4.02 प्रतिशत है। कोरोना संक्रमण के मामले पिछले 20 दिनों से लगातार बढ़ते हुए देखे जा रहे हैं, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सभी लोगों को लगातार बचाव के उपाय करते रहने की सलाह दी है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक फिलहाल देश में बढ़ते संक्रमण के मामलों के लिए ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट XBB.1.16 को ही प्रमुख कारण माना जा रहा है, जिसको लेकर हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेषज्ञों ने अलर्ट किया था। कोरोना के बढ़ते मामले अब कई तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं। क्या देश संक्रमण की एक और नई लहर की तरफ बढ़ रहा है?
समाचार एजेंसी एएनआई ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से एक रिपोर्ट में बताया, "भारत में कोविड-19 एंडेमिक स्टेज की ओर बढ़ रहा है। अगले 10-15 दिनों तक संक्रमण और बढ़ेगा लेकिन इसके बाद मामले कम होने के अनुमान है।
फिलहाल भले ही देश में कोरोना के मामले बढ़ रहे हों, पर अच्छी बात यह है कि अस्पताल में भर्ती लोगों की संख्या कम है, जिसका मतलब है कि संक्रमित लोग आसानी से ठीक हो जा रहे हैं, यह गंभीर रोगों का कारण बनता नहीं दिख रहा है।
किसी भी संक्रमण के एंडेमिक स्टेज का मतलब भौगोलिक स्थान पर संक्रमण की दर का स्थिर हो जाना है, जिसका अर्थ है कि रोगजनक संक्रमण का कारण तो बन रहे हैं पर इसके कारण गंभीर प्रकोप या फिर गंभीर रोग का खतरा कम होता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले दो साल से देश में कोरोना वायरस की जिस तरह की प्रवृत्ति रही है उससे ऐसा लगता है कि यह एंडेमिक स्टेज में पहुंच रहा है।
संक्रमण के मामलों के तेजी से बढ़ने के साथ सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड का निर्माण फिर से शुरू कर दिया है। एसआईआई के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि उनकी कंपनी के पास कोवोवैक्स वैक्सीन की छह मिलियन बूस्टर खुराक पहले से ही उपलब्ध है। एहतियात के तौर पर, जोखिम को देखते हुए हमने वैक्सीन के उत्पादन को बढ़ाने का फैसला किया है ताकि लोगों के पास कोविशील्ड विकल्प के तौर मौजूद रहे।
देश में XBB.1.16 का संक्रमण दर इस साल फरवरी के मुकाबले मार्च में 35.8 प्रतिशत बढ़ा है। हालांकि, अस्पताल में भर्ती होने या मृत्यु दर में वृद्धि के मामले उतने अधिक नहीं है। जिन राज्यों में मामले बढ़ रहे हैं उनमें दिल्ली, महाराष्ट्र, हरियाणा और केरल शामिल हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं सभी लोगों को अलर्ट रहने की आवश्यकता है क्योंकि संक्रमण का जोखिम उन लोगों में भी बना हुआ है जिनका टीकाकरण हो चुका है। बचाव ही सुरक्षित रहने का फिलहाल एक उपाय है।
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