- सत्यम सिंह
अंबेडकरनगर। जिले के पीडब्ल्यूडी विभाग के निर्माण खंड में तैनात एक जेई अपनी कार्य शैली को लेकर इस समय चर्चा में हैं, साथ ही मीडिया की सुर्खियों में चल रहा है। मीडिया की खबरों में निर्माण खंड के इस जेई को करामाती कहा गया है। अपने चहेतों को ही ठेकेदार के रूप में देखना चाहते हैं।ठीकेदारी में इसका पूरा दखल रहता है।
यह जेई बहुत बडा जुगाड़ू बताया जाता है।अपने तिकड़म और जुगाड से यह अंबेडकरनगर के पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड में लगभग 12 सालों से अपनी सेवाएं दे रहा है। पिछले साल इसका तबादला हुआ था। कागज में विभाग बदला लेकिन जेई अपने 12 साल पुराने स्थान पर ही संबद्ध होकर अपनी सेवाएं दे रहा है।
पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड के इस जेई को जिले की दो विधान सभाओं का बड़ा हिस्सा दिया गया है।इसके अलावा जहांगीर गंज नगर पंचायत और जलालपुर नगर पालिका में भी इसकी सेवाएं एक जेई के तौर पर ली जा रही हैं। इसको पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड का एक सबसे अधिक मेहनती जेई माना जाता है। (खूब कमाओ-खूब खाओ-खूब दो)
उच्च अधिकारियों की इस पर विशेष अनुकंपा है जिसकी वजह से इसे किसी का खौफ नहीं। इस खंड के अन्य जेई क्षेत्र और काम पाने के लिए तरस रहे हैं। कहा जाता है कि इस सर्वाधिक अनुभवी और जुगाड़ू जेई ने अधिकारियों को पटा कर धन कमाऊ खाऊं नीति से उपजाऊ स्थानों पर कब्जा कर रखा है। यही कारण है कि दूसरे अवर अभियंताओं के लिए कोई कार्य शेष ही नही बचा है।
बताया गया है कि इस जेई का तबादला और फिर से पुराने स्थान पर तैनाती ने सरकार के नियम नीति और उच्च मानकों को धता बता रखा है। पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड के इस जेई की इतनी चलती हैं कि जिसे चाहते हैं वही ठीकेदारी पाता है। इस अभियंता द्वारा दोनो निकायों में अपने चहेतों को काम दिलाने का प्रयास चल रहा है।
सूत्रों के अनुसार, पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड का यह जेई प्रयागराज(इलाहाबाद) जनपद का निवासी है। इसने अंबेडकरनगर और इलाहाबाद जिले में अपने खास और चहेते ठेकेदारों को यहां पर काम करने का सुअवसर प्रदान कराया।
लब्बो लुआब यह कि चर्चित जेई एक जादुई व्यक्तित्व का स्वामी है। विभाग के उच्च अधिकारी और ठेकेदार इस जेई के मुरीद होकर रह गये है।
समाजसेवी नील रत्नमणि ने जिलाधिकारी से मांग किया है कि इस बहुचर्चित जेई का तबादला, पुर्नवापसी और पीडब्ल्यूडी के निर्माण खंड में जेई के रूप में महत्वपूर्ण क्षेत्रों का कार्य सौंपा जाना आदि के बारे में गहनतापूर्वक जांच करवाएं और सरकार के नियम, नीति का अनुपालन कराएं।
