अंबेडकरनगर : मेडिकल कॉलेज परिसर बना गंदगी का पर्याय, स्वच्छ भारत को चिढ़ाता यहां का माहौल

अंबेडकरनगर : मेडिकल कॉलेज परिसर बना गंदगी का पर्याय, स्वच्छ भारत को चिढ़ाता यहां का माहौल




अम्बेडकरनगर। महामाया एलोपैथिक मेडिकल कालेज में स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। यहां शौचालय से लेकर पानी पीने की टंकी तक गंदगी फैली हुई है। वहीं सीढ़ियों से लेकर दीवारों तक जगह-जगह पान के पीच से दीवारें लाल हो गई हैं। बीमारियों को गंदगी के जरिए दावत दी जा रही है। 


स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक अप्रैल से संचारी रोग के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है और लोगों को मच्छर जनित संचारी रोगों के बारे जागरूक करने और साफ सफाई रखने के लिए बताया जा रहा है। इसके लिए बकायदा प्रचार प्रसार करने और दवाओं के छिड़काव पर सरकारी धन भी खर्च किया जा रहा है, लेकिन इस अभियान से मेडिकल कालेज प्रशासन पूरी तरह से अछूता है।


मेडिकल कॉलेज को जागरूक करने के लिए अलग से अभियान की जरूरत है। मेडिकल कालेज के शौचालय एवं पानी टंकी के पास गंदगी भरी पड़ी है। वहीं मेडिकल वार्ड के बरामदे में भी कचरा जमा है, जिसकों उठाने की जहमत न तो मेडिकल कॉलेज प्रशासन के पास है और न ही सफाई का ठेका लेने वाली कम्पनी के पास है। ऐसे में ये गंदगी बीमारी का रूप ले रही है। 


सरकार की तरफ से सार्वजनिक स्थान पर धूम्रपान करना निषेध है और ऐसा करते अगर कोई पाया जाता है तो उसको जुर्माना भी देना पड़ता है, लेकिन मेडिकल कालेज में कोई नियम नहीं दिखता है। यहां पर जहां देखो वहीं दीवारों एवं सीढ़ियों के कोने में लोग पान खाकर थूक देते हैं, जिससे निशान बन गए हैं। 

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