प्राण प्रतिष्ठा का समय हुआ घोषित, 22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर बीस मिनट पर होगा आयोजन

प्राण प्रतिष्ठा का समय हुआ घोषित, 22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर बीस मिनट पर होगा आयोजन

22 जनवरी को तीसरे चरण में रखा गया है। उस दिन पूरे देश में उत्सव हो व घर-घर अनुष्ठान हों, ऐसा माहौल बनाया जाएगा। चौथे चरण में देशभर के भक्तों को रामलला के दर्शन कराने की योजना है। यह चरण गणतंत्र दिवस से शुरू होकर 22 फरवरी तक चलेगा। यह अभियान प्रांतवार चलाया जाएगा।




22 जनवरी को अभिजीत मुहूर्त मृगषिरा नक्षत्र में दोपहर 12:20 बजे पीएम नरेंद्र मोदी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। इस समारोह को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप देने के लिए साकेत निलयम में रविवार को संघ परिवार की बैठक हुई। इसमें समारोह के अभियान को चार चरणों में बांटकर तैयारियों को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया।


इसका पहला चरण रविवार से शुरू हुआ जो 20 दिसंबर तक चलेगा। इसमें समारोह की कार्ययोजना की रूपरेखा तैयार की जाएगी। इसके लिए छोटी-छोटी संचालन समिति बनाई जाएंगी। जिला व खंड स्तर पर 10-10 लोगों की टोली बनाने पर सहमति बनी है। 


टोली में मंदिर आंदोलन के कारसेवकों को भी शामिल किया जाएगा। टोलियां 250 स्थानों पर बैठकें कर समारोह से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने की अपील करेंगी। दूसरा चरण एक जनवरी से शुरू होगा। इसमें घर-घर संपर्क योजना के तहत 10 करोड़ परिवारों में पूजित अक्षत, रामलला के विग्रह का चित्र व एक पत्रक दिया जाएगा। 


इसके जरिये लोगों से समारोह के दिन दीपोत्सव मनाने की अपील की जाएगी। 22 जनवरी को तीसरे चरण में रखा गया है। उस दिन पूरे देश में उत्सव हो व घर-घर अनुष्ठान हों, ऐसा माहौल बनाया जाएगा। चौथे चरण में देशभर के भक्तों को रामलला के दर्शन कराने की योजना है। यह चरण गणतंत्र दिवस से शुरू होकर 22 फरवरी तक चलेगा। यह अभियान प्रांतवार चलाया जाएगा। अवध प्रांत के कार्यकर्ताओं को 31 जनवरी व 01 फरवरी को दर्शन कराने पर योजना है।


रामनगरी की 14 कोसी परिक्रमा 20 नवंबर को रात 2:09 बजे से शुरू होगी। परिक्रमा में लगभग 42 किमी का रास्ता तय करना होगा। इसके लिए सड़कों और चौराहों को दुरुस्त किया जा रहा है। धूल न उठे इसके लिए पानी का छिड़काव किया जा रहा है। बसों के फेरे बढ़ा दिए गए हैं। अस्थायी बस अड्डा भी बनाया गया है। मठ-मंदिर सज गए हैं। लखनऊ से आने वाले भक्त सहादतगंज परिक्रमा मार्ग और फैजाबाद बस स्टेशन पहुंचेंगे। बाईपास से सभी अयोध्या पहुंच सकते हैं। ट्रेन से आने वाले अयोध्या कैंट पहुंचेंगे। यहां से वे अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन पहुंच सकते हैं। ये परिक्रमा 21 नवंबर की रात 11:38 बजे समाप्त होगी।

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