भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी इन दिनों अपने पैतृक गांव अमरोहा पहुंचे हुए हैं. जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए फाइनल में हार के कारणों पर चर्चा की है.
भारत की मेजबानी में खेला गया क्रिकेट विश्वकप खत्म हो गया है. वहीं विश्वकप में अपने गेंदबाजी से विपक्षियों की टीम को घुटने टेकने पर मजबूर और सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी अपने पैतृक गांव अमरोहा पहुंच गए हैं. इस दौरान उन्होंने मीडिया खास बातचीत की और विश्वकप के फाइनल मैच में भारत की हार पर अपना रिएक्शन दिया है.
विश्वकप के दौरान सेमीफाइनल तक अपने सभी मैच जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम को फाइनल में मिली हार पर बोलते हुए मोहम्मद शमी ने कहा कि कम स्कोर को भी एक जरूरी वजह बताया है. उनका कहना है कि 'हार के लिए कई वजह होती है कम स्कोर एक वजह रही, वीआईपी के आने की वजह से भी प्रेशर होता है और रात में बैटिंग करने पर अधिक रन बनते है क्योंकि शाम को ओस की वजह से पिच गीली हो जाती है और बॉल स्विंग करती है.' इसके साथ ही मोहम्मद शमी ने गांव में स्टेडियम की सौगात देने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद किया है.
इसके साथ ही भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी ने फाइनल मैच में हार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई मुलाकात का भी जिक्र कर उनकी सराहना की है. उनका कहना है कि हार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी खिलाड़ियों से बातचीत की और सभी का मनोबल बढ़ाने का काम किया. शमी के अनुसार हार के बाद दुखी और आत्मविश्वास खो रहे खिलाड़ियों में नई जान फूंकने का काम प्रधानमंत्री मोदी ने किया है.
मीडिया से मुलाकात के दौरान मोहम्मद शमी ने कहा 'उस समय हम मैच हार चुके थे, ऐसे में जब प्रधानमंत्री आपको विश्वास देते हैं तो वह अलग ही पल होता है. यह बहुत ज़रूरी होता है क्योंकि मनोबल गिर जाता है, तब अगर आपके PM साथ होते हैं तो आत्मविश्वास बढ़ता है.'
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