पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर 59 वर्षीय रमीज राज को निर्विरोध चुनाव जीतने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का चेयरमैन बना दिया गया है। वह तीन साल तक पीसीबी के अध्यक्ष पद पर रहेंगे। वह इस पद के लिए अपना नामांकन पत्र जमा करने वाले एकमात्र व्यक्ति थे। जिसके लिए छह पीसीबी गवर्निंग बोर्ड द्वारा मतदान किया गया था। पीसीबी के साथ रमीज का यह दूसरा कार्यकाल है। इससे पहले, उन्होंने 2003 से 2004 तक पीसीबी के मुख्य कार्यकारी के रूप में कार्य किया था। उन्होंने 2004 में भारत के पाकिस्तान के ऐतिहासिक दौरे को बिना किसी परेशानी के सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और पीसीबी के संरक्षक इमरान खान ने 27 अगस्त को रमीज राजा को सीधे अध्यक्ष के लिए नामांकित किया था। रमीज हमेशा इमरान की पहली पसंद थे क्योंकि यह पहले ही पता चल गया था कि एहसान मनी अपना कार्यकाल जारी नहीं रखेंगे। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का यह 36वां कार्यकाल होगा जबकि यह पद संभालने वाले रमीज राजा 30वें व्यक्ति हैं। इसके अलावा वह एजाज बट, जावेद बुर्की और अब्दुल हफीज कारदार के बाद चौथे क्रिकेटर हैं जो पीसीबी के अध्यक्ष बने हैं। प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा नामित चुनाव आयुक्त सेवानिवृत्त न्यायाधीश शेख अजमत सईद ने उस प्रक्रिया का निरीक्षण किया जिसके परिणामस्वरूप रमीज को आधिकारिक रूप से पीसीबी का अध्यक्ष बनाया गया।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद रमीज ने सक्रिय रूप से खिलाड़ियों और पीसीबी अधिकारियों के साथ बैठक की। यह भी समझा जाता है कि पाकिस्तान की आगामी टी-20 विश्व कप टीम के चयन में उनकी महत्वपूर्ण भागीदारी थी। टीम की घोषणा के कुछ घंटे बाद, मुख्य कोच मिस्बाह-उल-हक और गेंदबाजी कोच वकार यूनिस ने अपना इस्तीफा सौंप दिया था।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के ऩए अध्यक्ष बनने के बाद रमीज राज के आगे 17 साल पहले की तुलना में काफी अलग प्रशासनिक चुनौतियां हैं। टी-20 विश्व कप होने में एक महीने का वक्त बचा है और पीसीबी ने अभी तक नेशनल कोचिंग स्टाफ में बदलाव नहीं किया है। पाकिस्तान सुपर लीग के प्रसारण और वाणिज्यिक अधिकार जो वर्तमान में पीसीबी के लिए राजस्व उगाही करते हैं उनका नवीनीकरण होना है। बीते कुछ समय में पीसीबी ने अंतरराष्ट्रीय दौरों को नियमित बनाने में प्रगति की है और उसे प्राथमिकता के तौर पर जारी रखने की संभावना है। (Agency)