हल्दी (Turmeric) एक ऐसा मसाला है जिसमें सबसे अधिक मिलावट की जाती है. हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेट्री और एंटी-कार्सिनोजेनिक गुण होते हैं, लेकिन शुद्ध हल्दी खाने से आपको ये फायदे मिलते हैं, मिलावटी हल्दी से नहीं. मिलावटी हल्दी (Adulteration in Turmeric) खाना आपकी सेहत को बहुत नुकसान पहुंचाता है.
हल्दी पाउडर में कई बार मेटानिल यलो नाम के केमिकल की मिलावट की जाती है. इससे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का खतरा रहता है. लीवर पर भी असर पड़ता है. एक अध्ययन के मुताबिक, हल्दी के उत्पादन के समय कई बार चमकीले पीले रंग के लेड युक्त यौगिक की मिलावट की जाती है. ये ‘क्रोमेट’ होता है.
हल्दी में आर्टिफिशियल कलर की मिलावट है या नहीं, इसकी पहचान के लिए FSSAI (Food Safety & Standards Authority of India) ने तरीका बताया है हल्दी पाउडर में कई बार मेटानिल यलो नाम के केमिकल की मिलावट की जाती है. इससे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का खतरा रहता है. लीवर पर भी असर पड़ता है. एक अध्ययन के मुताबिक, हल्दी के उत्पादन के समय कई बार चमकीले पीले रंग के लेड युक्त यौगिक की मिलावट की जाती है. ये ‘क्रोमेट’ होता है.
ऐसे कर सकते हैं पहचान
हल्दी में आर्टिफिशियल कलर की मिलावट है या नहीं, इसकी पहचान के लिए FSSAI (Food Safety & Standards Authority of India) ने तरीका बताया है. FSSAI ने ये वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है. दो ग्लास पानी लें. दोनों में एक-एक चम्मच हल्दी पाउडर डालें. 30 सेकेंड के बाद आप देखेंगे कि मिलावटी हल्दी ग्लास में नीचे बैठ जाएगी और पानी का रंग गहरा पीला हो जाएगा. वहीं शुद्ध हल्दी धीरे-धीरे नीचे की ओर जाती है और पानी का रंग सुनहला रहता है.
एक तरीका ये भी
इसके अलावा एक दूसरा तरीका है भी है. हल्दी पाउडर में कुछ बूंद हाइड्रोक्लोरिक एसिड और इतनी ही पानी की बूदें डालकर देखें. अगर हल्दी का रंग बदल जाए और ये गुलाबी या बैंगनी रंग का होने लगे, तो ये मिलावट की पहचान है.