आज 'भारत रत्न' लता मंगेशकर का 93 वां जन्मदिन है, पूरा भारत उन्हें जन्मदिन की बधाई दे रहा है , उन्हें विश करने वालों में देश के पीएम नरेंद्र दामोदर दास मोदी भी शामिल हैं। पीएम मोदी ने ट्वीट किया है कि 'आदरणीय लता दीदी को जन्मदिन की बधाई। उनकी सुरीली आवाज पूरी दुनिया में गूंजती है। भारतीय संस्कृति के प्रति उनकी विनम्रता और जुनून के लिए उनका सम्मान किया जाता है। व्यक्तिगत रूप से, उनका आशीर्वाद महान शक्ति का स्रोत है। मैं लता दीदी के लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं।
गौरतलब है कि 28 सितंबर 1929 को इंदौर में जन्मीं स्वर कोकिला लता मंगेशकर को लोग साक्षात मां सरस्वती का वरदान कहते हैं। उनकी अपने कला के प्रति समर्पण करोड़ों लोगों के प्रति प्रेरणाश्रोत है। उनकी आवाज की मधुरता ने हमेशा लोगों के दिलों पर राज किया है। पिछले 8 दशकों से हिंदी सिनेमा पर राज करने वाली स्वरोकोकिला लता की आवाज में उनकी कशिश है, जितनी की एक 16 साल की लड़की की आवाज में होती है।
अपने पिता दीनानाथ मंगेशकर से संगीत का गुण विरासत में पाने वालीं लता ने मात्र पांच साल की उम्र में से संगीत की साधना प्रारंभ कर दी थी। अपने पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ी लता ने अपने पिता के साथ कुछ रंगमंच का भी हिस्सा बनी थीं लेकिन मात्र 13 साल की उम्र में अपने पिता को खोने के कारण लता के नाजुक कंधों पर परिवार के लालन-पालन की जिम्मेदारी आ गई और इस लिए लता मंगेशकर ने फिल्मों में गाना गाने और एक्टिंग करना शुरू किया।
अपने पिता दीनानाथ मंगेशकर से संगीत का गुण विरासत में पाने वालीं लता ने मात्र पांच साल की उम्र में से संगीत की साधना प्रारंभ कर दी थी। अपने पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ी लता ने अपने पिता के साथ कुछ रंगमंच का भी हिस्सा बनी थीं लेकिन मात्र 13 साल की उम्र में अपने पिता को खोने के कारण लता के नाजुक कंधों पर परिवार के लालन-पालन की जिम्मेदारी आ गई और इस लिए लता मंगेशकर ने फिल्मों में गाना गाने और एक्टिंग करना शुरू किया।