अम्बेडकरनगर : दबंग कोटेदार की मनमानी से राशन कार्ड धारक परेशान, अधिकारी जानकर भी बने हुए है अनजान

अम्बेडकरनगर : दबंग कोटेदार की मनमानी से राशन कार्ड धारक परेशान, अधिकारी जानकर भी बने हुए है अनजान


अम्बेडकरनगर। 
इस समय भीटी तहसील क्षेत्र में सोशल मीडिया सक्रिय होकर ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियो की समस्याओं से अवगत होकर उसका सार्वजनिक प्रसारण कर रहा है। सोशल मीडिया की इस सक्रियता से अनेको गांवों में सर्वे करने पर ज्ञात हुआ कि गरीब लाभार्थी व पात्र लोग कोटे की दुकानों से कम राशन पा रहे हैं। अम्बेडकरनगर जिले की सोशल मीडिया के सर्वे में तहसील भीटी क्षेत्र के ग्रामीणों ने बताया है कि कई दबंग कोटेदारों की दुकानो पर घटतौली/कटतौली की जा रही है। विरोध करने पर कोटेदार कहते हैं कि चुपचाप जो दिया जा रहा है ले लो ज्यादा चूं चपड़ करोगे तो इससे हाथ धो बैठोगे। 

भीटी ग्रामीण क्षेत्रो के लाभार्थी राशन कार्ड धारकों ने सोशल मीडिया में बयान दिया है कि कोटेदार प्रति यूनिट एक किलो राशन काट लेते है और कार्ड पर पूरा राशन अंकित कर देते हैं। सोशल मीडिया के सर्वे में तहसील भीटीध्ब्लाक कटेहरी क्षेत्र के गांव चांदपुर महमूदपुर के कोटेदार की हालत दबंगो से भी बढ़कर है। यह राशन तो कम देता ही है और विरोध करने पर डांट कर भगा भी देता है। दबंग व धूर्त कोटेदार अपनी मनमानी से बाज नही आता है और बदसलूकी से बात करते हुये गरीब ग्रामीणों को डराता व धमकाता रहता है । जिससे ग्रामीण काफी ज्यादा परेशान है और आक्रोशित भी है। लेकिन कार्ड धारक करे भी तो क्या करे

आखिर में ग्रामीण राशन कार्ड धारक कब तक परेशान रहेंगे और अपने अधिकारों का कब तक हनन होते देखते रहेंगे। ग्रामीणों का कहना है कि अगर हम विरोध करते भी है तो दबंग कोटेदार हमारी जान पर आ जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि संबंधित अधिकारियों को एप्लीकेशन भी दिया गया और उनके समक्ष भी इन समस्यायों को कहा गया लेकिन संबंधित अधिकारियों की कान पर जूं तक नही रेंग रहा है।

यहां तक ही नही गरीब राशन कार्ड धारकों द्वारा मुख्यमंत्री पोर्टल पर और तहसील दिवस पर भी प्रार्थना पत्र दिया जा चुका है लेकिन जो अधिकारी जांच के लिए आता है वे कोटेदार से पैसे लेकर अपनी जेब गर्म करने में लग जाते है और पैसे लेकर चले जाते है। ग्रामीणों से कोई पूछताछ नही की जाती है। 

ग्रामीणों ने बताया कि यह कोटेदार पूर्ति निरीक्षक भीटी का स्वजातीय होने के  साथ साथ तहसील स्थित पूर्ति कार्यालय में कार्यरत एक सहायक का स्वजातीय है। इसलिए अपनी मनमानी करता है।

ग्रामीणों का आरोप है कि चांदपुर महमूदपुर गांव के कोटेदार के विद्ध अभी तक काई कार्यवाही नही की गई और ना जांच की गई। जबकि इस चर्चित कोटेदार के कारनामों की जानकारी पूर्ति विभाग के अधिकारियों (पूर्ति निरीक्षक भीटी, क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी एवं जिला पूर्ति अधिकारी) को हैं। इन सबसे परेशान ग्राम पंचायत चांदपुर महमूदपुर के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से कोटेदार के इस रवैये की जांच कराकर उचित एवं आवश्यक कार्य कराये जाने की मांग किया है।

रिपोर्ट- कपिल देव विश्वकर्मा


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