रोजाना हजारों यात्री कीचड़ व गड्ढायुक्त मार्ग की यात्रा करने को मजबूर
केराकत- जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के विकास और प्रमुख सड़क मार्गों की दशा सुधारने व झूठा वादा कर जनता की आंखों में धूल झोंकने का कार्य करने वाले जनप्रतिनिधियों समेत प्रशासन के आला अधिकारियों ने अपनी आंखों पर काली पट्टियां बांध ली हैं अथवा काला चश्मा लगा रखा है। गत कई वर्षों से केराकत रेलवे स्टेशन मार्ग और केराकत विकास खंड मुख्यालय को सीधे जोड़ने का कार्य करने वाली सड़क मार्ग मरम्मत के अभाव में भारी गड्ढों के चलते झील के रूप में परिवर्तित हो गई है।
कहीं जलजमाव तो कहीं गड्ढे में कीचड़ से युक्त इन सड़क मार्गों पर घुटनों तक वर्षा का गंदा पानी के जमाव होने से डेंगू की भी संभावना को बढ़ावा दे रहा है। ऐसी स्थिति रेल में यात्रा करने वाले हजारों यात्रियों को प्रतिदिन जलजमाव और कीचड़ से भरी सड़कों पर गिरते पड़ते दिन और रात्रि के अंधेरे में यात्रा करने को मजबूर हैं जबकि विकास खंड मुख्यालय को जोड़ने वाली यह सड़क पूरी तरह से गड्ढे और जलभराव से वर्षा में पोखरी का रूप धारण कर लेती है।
इसमें दो पहिया वाहनों समेत पैदल चलने वाले लोगों को घुटने भर गंदे कीचड़युक्त भरे जल मे होकर मजबूरी में आना जाना पड़ता है जबकि विकास का ढिंढोरा पीटने वाले क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी उसी मार्ग से गुजरने के बाद भी आपने आंखों पर काला चश्मा लगाए विकास का झूठा स्वांग करते नजर आ रहे हैं। उन्हें जैसे लगता है कि जनहित से उनका दूर.दूर तक का कोई रिश्ता नहीं है जबकि विधानसभा चुनाव मिशन 2022 सिर पर हैए फिर भी उन्हें जनहित से रंच मात्र लगाव नहीं दिखता है।
