खरगोन के युवा डॉक्टरों की टीम HomoeoTalk के माध्यम से दे रही होम्योपैथी की निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं

खरगोन के युवा डॉक्टरों की टीम HomoeoTalk के माध्यम से दे रही होम्योपैथी की निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं


आज पूरे विश्व मे विश्व
होम्योपैथी दिवस मनाया जाता है। यह दिवस होम्योपैथी के संस्थापक डॉ. सैमुअल हैनिमैन की जयंती पर मनाया जाता है। इसका एक ही उद्देश्य ये है कि विश्व होम्योपैथी समुदाय चिकित्सा की प्रणाली को स्थापित करके आधुनिकीकरण के साथ इस प्राचीन चिकित्सा को आगे बढ़ाया जाए ताकि ये हर आम आदमी तक पहुंचे और सभी इसका लाभ उठा सकें। 

ऐसा ही एक प्रयास खरगोन जिले के युवा डॉक्टर आकाश काले द्वारा किया जा रहा है। उनकी युवाओं की टीम जो एक युवा होम्योपैथ है ने होम्यो टॉक की स्थापना की गई ।HomoeoTalk एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जिसके माध्यम से आयुष चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा देने की विभिन्न रचनात्मक गतिविधियां संचालित होती रहती है। HomoeoTalk केवल होम्योपैथी ही नहीं सम्पूर्ण आयुष चिकित्सा पद्धतियों जैसे आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा आदि को लेकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। जो पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को बढावा देने तथा इन आयुष चिकित्सा पद्धतियों को प्राथमिक चिकित्सा पद्धति के रूप में उपयोग करने हेतु जन जाग्रति अभियान के रूप में होम्यो नाम की शुरुआत की होम्यो टॉक द्वारा निःशुल्क सेवाएं दि जा रही है जो निरन्तर चल रही है। 

HomoeoTalk का उद्देश्य ग्रामीण, शहरी ओर पिछड़े इलाके जहां पर लोग अपने स्वास्थ के प्रति जागरूक ही नहीं है, इस तरह के इलाकों में जा कर आयुष चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा देने तथा स्वास्थ के प्रति जागरूकता हेतु शिविर आयोजित किये जाते है। होम्योपैथी दवाइयों का भी निःशुल्क वितरण, इसके यूट्यूब चैनल के मध्यम से भी स्वास्वथ्य सबंधी वीडियो के द्वारा जानकारी दी जाती है। स्वास्थ के प्रति जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। वीडियो कॉलिंग के माध्यय से स्वास्थ्य सुझाव देना। सुदूर पहाड़ी आदिवासी क्षेत्र भी सेवा देना  जहां पर स्वास्थ सेवाएं बिल्कुल अच्छी नहीं है। कोविड 19 के दौरान भी बचाव हेतु रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए होम्योपैथी दवाइयों का निःशुल्क वितरण तथा स्वास्थ  शिविरों का आयोजन किया गया।

पोस्ट कोविड आने वाली समस्याओ पर अब सेवाएं दी जा रही है। डॉक्टर आकाश काले ने बताया कि दिनोदिन बड़ते तापमान, प्रदुषण ओर बिगड़ती दिनचर्या के कारण अनेको रोग प्रतिदिन मानव जाति पर संकट के बादलों की तरह हमेशा ही घेरे रहते है । रोगों से निजात पाने के लिए अक्सर हम लोग आधुनिक चिकित्सा पद्धति (एलोपैथी) की ओर अग्रसर हो जाते है परन्तु एलोपैथी की अधिकतर दवाइयां शरीर में जा कर कई सारे साइड इफेक्ट्स भी पहुंचा देती है ओर कुछ बीमारियों में तो जीवन परियांत दवाइयां लेनी होती है। रोग का हमारे शरीर में उत्पन्न होने का सबसे बड़ा कारण हमारी रोगप्रतिरोधक क्षमता का कम हो जाना होता है। 

वर्तमान कोरोना वैश्विक महामारी के चलते अब यह सिद्ध हो गया है कि हमे अब हमारी परम्परा गत चिकित्सा पद्धतियों की ओर फिर से अपना रुझान बड़ाना ही होगा , हमारी  प्राचीन चिकित्सा पद्धतियों में भरपूर शक्ति मौजूद है। बस इसी के उद्देश्य को लेकर डॉ आकाश काले जो की युवा होम्योपैथ है ने पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को बढावा देने तथा इन आयुष चिकित्सा पद्धतियों को प्राथमिक चिकित्सा पद्धति के रूप में उपयोग करने हेतु जन जाग्रति अभियान के रूप में HomoeoTalk की स्थापना की गई। इस मुहिम मे डॉ.पवन वर्मा, डॉ.मानषी जाधम, डॉ. प्रणय पंडित, डॉ.पलाश बजाज, अन्य युवा डॉक्टरों की टीम द्वारा स्वास्थ्य शिविरों में सहयोग दिया जा रहा है।डॉ आकाश काले ने बताया कि HomeoTalk टीम में कई सारे शासकीय ओर अशासकीय संस्थाओं के विभिन्न विधाओं के डाक्टर जुड़े है जिनके मार्गदर्शन में ही विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों का संचालन होता है। HomoeoTalk मध्यप्रदेश में 10000 स्वास्थ शिविरों का आयोजन करना एक विशिष्ठ ओर मुख्य लक्ष्य है।

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