NAFED की लापरवाही: जिले के चार लाख से अधिक राशन कार्डधारक रिफाइण्ड, नमक व चना पाने से वंचित

NAFED की लापरवाही: जिले के चार लाख से अधिक राशन कार्डधारक रिफाइण्ड, नमक व चना पाने से वंचित


अम्बेडकरनगर।
सरकार द्वारा गरीब राशन कार्ड धारकों को हर महीने निःशुल्क राशन और अन्य सामग्रियां देने की घोषणा की जाती है। परन्तु हकीकत यह है कि समय पर गेहूँ, चावल ही नहीं मिल पाता कौन कहे अन्य सामग्री की। साल 2022 के आरंभिक महीनों से कार्ड धारकों को गेहूं, चावल के साथ नमक, रिफाइण्ड और चना आदि मिलता रहा है। गेहूं और चावल तो पूर्व की भांति उचित दर दुकानों पर मिल रहा है, परन्तु 2 महीने से नमक, रिफाइण्ड और चना लोगों को नहीं मिल सका है। 

ऐसे में जिले के चार लाख से अधिक राशन कार्ड धारकों को नमक, रिफाइण्ड और चना न मिलने से उनकी उम्मीदों को झटका लगा है। बता दें कि नमक, रिफाइण्ड और चना आपूर्ति किये जाने का जिम्मा नैफेड संस्था को दिया गया है। नामित संस्था नैफेड ने इन सामग्रियों की आपूर्ति अभी तक गोदामों में नहीं की है। इस बावत पूर्ति महकमे के जिम्मेदारों का कहना है कि नैफेड से नमक, रिफाइण्ड और चना गोदामों पर आपूर्ति किये जाने को लेकर पत्राचार किया गया है। आपूर्ति मिलते ही कार्ड धारकों में इसका वितरण कराया जायेगा। 

पूर्ति कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार कार्डधारकों को प्रतिमाह निःशुल्क राशन का वितरण किया जाता है। प्रधानमंत्री गरीब अन्न कल्याण योजना के तहत पहली बार उन्हें नियमित राशन योजना के तहत गेहूं व चावल के साथ-साथ एक किलो नमक, एक किलो चना और एक लीटर रिफाइण्ड ऑयल मिलता रहा है। जबकि दूसरी बार सिर्फ गेहूं और चावल दिया जाता है। 

जिले में चार लाख एक हजार राशन कार्ड धारक हैं। इनमें 65 हजार 967 अन्त्योदय कार्ड धारक और 3 लाख 35 हजार 33 पात्र गृहस्थी राशन कार्ड धारक हैं। जिले के इन राशन कार्ड धारकों को 11 सौ 26 उचित दर विक्रेता की दुकान (कोटा) से द्वारा राशन उपलब्ध कराया जाता है। इन दिनों राशन कार्ड धारकों को नियमित खाद्यान्न योजना के तहत निःशुल्क राशन (चावल, गेहूँ) का वितरण किया जा रहा है। लेकिन चना, नमक और रिफाइण्ड ऑयल की आपूर्ति नही हो सकी है। यह स्थिति नमक, चना व तेल जिले को उपलब्ध कराने वाली जिम्मेदार नामित संस्था नैफेड की लापरवाही की वजह से उत्पन्न हुई है। 

संस्था की ओर से की गई लापरवाही से अब तक जिले के गोदामों पर नमक, चना व रिफाइण्ड उपलब्ध नहीं कराया जा सका है। इससे सहज ही अन्दाजा लगाया जा सकता है कि कार्ड धारक उपभोक्ताओं को इस महीने नमक, चना व रिफाइण्ड नहीं मिल सकेगा। नैफेड की इस घोर लापरवाही का खामियाजा कोटेदार, पूर्ति महकमा और राशन कार्ड धारकों को भुगतना पड़ रहा है। राशन कार्ड धारको ने नमक, रिफाइण्ड और चना मिलने की उम्मीद अभी भी नहीं छोड़ा है। यही कारण है कि वे इसके लिए कोटेदारों से उलझते रहते हैं। पूर्ति महकमा भी लाचार सा बना हुआ दिखाई पड़ रहा है। 

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