अंबेडकरनगर : सीएमओ दफ्तर में अभी भी पुराने बाबू की ही चलती है

अंबेडकरनगर : सीएमओ दफ्तर में अभी भी पुराने बाबू की ही चलती है

सीएमओ और एसएस बाबू में चोली दामन जैसा साथ


पुराने बाबू की तैनाती वाह्य जनपद में है,लेकिन सीएमओ ने उसको अपने साथ लगा रखा है


- सत्यम सिंह(9369424759)


अंबेडकरनगर। जिले के स्वास्थ्य महकमे के मुखिया अपनी कार्यप्रणाली के चलते चर्चा में रहे हैं। अपने बारे में नकारात्मक चर्चाओं और प्रकाशित खबरों की अनदेखी करके सीएमओ ने भरपूर मनमानी किया। ऐसा कहने वाले लोगों की संख्या कुछ ज्यादा ही है।


जानकार लोगों के अनुसार, वर्तमान सीएमओ की कार्यप्रणाली गरीबों, असहायों के प्रति काफी कष्टकारी साबित हुई। 


स्वास्थ्य विभाग में प्रशासनिक दायित्व का निर्वहन करने वाले वर्तमान सीएमओ  के बारे में कहा जाता है कि ये दायित्व के प्रति लापरवाह और उदासीन हैं। इन्हे पैसों से ही अधिक लगाव है। जो कर्मचारी और चिकित्सक इनके द्वारा मांगी गई धन राशि प्रतिमाह समय से देता है, वह अपनी मनमानी कर सकता है,इसकी पूरी छूट है।


इनकी धन कमाऊ नीति से विभाग के अनेकों स्वास्थ्य कर्मी परेशान और क्षुब्ध हैं। 


विभागीय सूत्र और मीडिया के अनुसार इस समय एक सहायक जिसका बीते वर्ष इस जिले से तबादला हो चुका था, सीएमओ के आमंत्रण पर सीएमओ ऑफिस और आवासीय कार्यालय में नियमित रूप से समय देकर अपनी अनुभवी और धन कमाऊ सेवाएं दे रहा है। इस समय वह बाबू चर्चा में है। कहते हैं कि विभागीय कार्य बगैर इस बाबू के होता ही नहीं हैं।


सूत्रों के अनुसार, जिले के स्वास्थ्य महकमे में 25 साल लगभग तक सहायक पद पर तैनात एक अनुभवी बाबू के कारनामों की व्यापक चर्चा रही है। बताते हैं कि वही बाबू जिसका तबादला वाह्य जनपद के लिए हो गया है,वह अब भी इस जिले के सीएमओ का खास बना हुआ है।


खुद के हुनर से वह सीएमओ को कमवा रहा है और स्वयं भी मालामाल हो रहा है। इसको विभाग के कर्मी और अन्य लोग एसएस बाबू कहते हैं।


बहरहाल, कुछ भी हो, जिले के वर्तमान सीएमओ के  कार्यकाल की जांच हेतु आवाज़ कई सामाजिक संगठनों ने उठाया है । साथ ही, बाह्य जनपद में तैनात सर्वाधिक चर्चित बाबू के कारनामों के जांच की मांग की है।




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