विनेश फोगाट ने आरोप लगाया कि योगेश्वर दत्त ने पहले किसानों, छात्रों, सिखों पर घटिया टिप्पणियां कीं और अब महिला पहलवानों को बदनाम करने में लगे हुए हैं.
ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना देने वाले छह पहलवानों को एशियन गेम्स के ट्रायल में दी गई छूट पर सवाल खड़ा किया. जिसपर महिला पहलवान विनेश फोगाट भड़क गई हैं. उन्होंने शुक्रवार को कहा कि योगेश्वर दत्त का वीडियो सुना तो उनकी वह घटिया हंसी दिमाग में अटक गई. वह महिला पहलवानों के लिए बनी दोनों कमेटियों का हिस्सा थे.
विनेश ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि जब कमेटी के सामने महिला पहलवान अपनी आपबीती बता रही थीं तो वह बहुत घटिया तरह से हंसने लगते थे. जब दो महिला पहलवान पानी पीने के लिए बाहर आईं तो बाहर आकर उनको कहने लगे कि बृजभूषण का कुछ नहीं होगा, जाकर अपनी प्रैक्टिस करो. एक दूसरी महिला पहलवान को बड़े भद्दे तरीके से बोला कि ये सब तो चलता रहता है इसको इतना बड़ा मुद्दा मत बनाओ.
महिला पहलवान ने आगे कहा कि उन्होंने कहा था कि कुछ चाहिए हो तो मुझे बताओ. कमेटी की बैठक के बाद योगेश्वर ने महिला पहलवानों के नाम बृजभूषण और मीडिया को लीक कर दिये. उन्होंने कई महिला पहलवानों के घर फोन करके ये भी कहा कि अपनी लड़की को समझा लो. वह पहले ही सरेआम महिला पहलवानों के खिलाफ बयान दे रहे थे, उसके बावजूद उन्हें दोनों कमेटियों में रखा गया.
उन्होंने कहा कि वह पहलवानों और कोचों को महिला पहलवानों के आंदोलन में शामिल होने से लगातार रोकते रहे. सारा कुश्ती जगत समझ गया था कि योगेश्वर बृजभूषण की थाली का झूठा खा रहे हैं. समाज में कोई भी अन्याय के खिलाफ आवाज उठाता है तो योगेश्वर जरूर उल्टियां करते हैं. समाज से गद्दारी के कारण ही दो बार चुनाव में औंधे मुंह गिरे हो तुम और मैं चैलेंज करती हूं कि कभी जिंदगी में चुनाव नहीं जीतोगे, क्योंकि समाज जहरीले नाग से हमेशा सावधान रहता है और उसके कभी पैर नहीं लगने देता.
विनेश ने कहा कि महिला पहलवानों को तोड़ने में इतना जोर मत लगाओ, इनके बहुत पक्के इरादे हैं. ध्यान रखना कहीं ज्यादा जोर लगाने से कमर न टूट जाए. रीढ़ तो पहले ही बृजभूषण के पैरों में रख चुके हो. तुम बहुत संवेदनहीन इंसान हो. जब तक कुश्ती में योगेश्वर जैसे जयचंद रहेंगे, यकीनन जालिमों के हौंसले बुलंद रहेंगे.
भारतीय ओलंपिक संघ की कमेटी ने छह आंदोलनकारी पहलवानों के लिए आगामी एशियाई गेम्स और विश्व चैंपियनशिप की चयन प्रक्रिया को सिर्फ एक मुकाबले की प्रतियोगिता कर दिया है. इन पहलवानों को इन दोनों प्रतियोगिताओं की भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए सिर्फ ट्रायल के विजेताओं को हराने की जरूरत होगी. छह पहलवानों विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, संगीता फोगाट, सत्यव्रत कादियान और जितेंद्र किन्हा को ये छूट दी गई है.
इसी फैसले पर सवाल खड़ा करते हुए योगेश्वर दत्त ने कहा कि क्या धरना देने वाले खिलाड़ियों का यही मकसद था? कुश्ती के लिए ये काला दिन है. अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में दत्त ने सवाल किया कि विनेश फोगट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, संगीता फोगट, सत्यव्रत कादियान और जितेंद्र किन्हा को छूट क्यों दी गई है, जबकि उनके हालिया प्रदर्शन के आधार पर कहीं अधिक योग्य पहलवान मौजूद हैं. ये बिल्कुल गलत है.
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