सीएचसी से नदारद मिले तीन चिकित्सक, कटा वेतन

सीएचसी से नदारद मिले तीन चिकित्सक, कटा वेतन

एसीएमओ कब किस सीएचसी पीएचसी और स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंच जाए। कोई बता नही सकता। डा सिद्धार्थ की सख्त कार्रवाई के खौफ से केंद्रों  पर   डाक्टर और अन्य स्वास्थ्य कर्मी समय पर पहुंचने लगे हैं। ड्यूटी में गैर हाजिर मिलने वालों का वेतन काटने के साथ अन्य विभागों एवम विधिक कार्रवाई करने वाले एसीएमओ डा सिद्धार्थ स्वास्थ्य महकमे में चर्चा का विषय बने हुए हैं। लोगों का कहना कि इस तरह की छापामार कार्रवाई करने वाले ये पहले स्वास्थ्य अधिकारी हैं। लापरवाह और गैर हाजिर रहने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के होश उड़े हुए बताए गए हैं।



जिले के स्वास्थ्य महकमे में दोयम दर्जे के अधिकारी यानी एसीएमओ डाक्टर आरएन सिद्धार्थ इस समय काफी सक्रिय हैं। कोई भी खबर सोशल मीडिया पर हो या फिर किसी के द्वारा की गई शिकायत हो, उस पर बड़ी तत्परता दिखाते हुए ये छापा मार शैली में कार्रवाई करते हैं। इनकी छापामारी में अब तक कई अवैध अस्पताल और क्लिनिक्स आ चुके हैं। इस समय डाक्टर सिद्धार्थ छापा मारी करके अवैध क्लिनिक, डॉक्टर्स , दवाखाना और नर्सिंग होम्स को सीज करके संचालकों के खिलाफ विभागीय विधिक कार्रवाई कर रहे हैं। इनके इस छापामार कार्रवाई से फर्जी अवैध डाक्टर क्लिनिक संचालकों में हड़कंप मचा है। --- सत्यम सिंह गर्गवंशी, अंबेडकरनगर





अम्बेडकर नगर। सीएचसी टांडा में बुधवार को सवा एक घंटे बाद तक तीन चिकित्सक और तीन कर्मचारी नदारद मिले। अपर सीएमओ ने इस पर इन सभी का एक दिन का वेतन काट दिया। एक हेल्थ सेंटर पर गैर हाजिर मिली सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी और एएनएम का भी वेतन काटा गया।


स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए बुधवार को अपर सीएमओ डॉ. रामानंद सिद्धार्थ निरीक्षण पर निकले। वे सुबह 9.45 पर सद्दरपुर हेल्थ वेलनेस सेंटर पहुंचे, वहां ताला लटक रहा था। सीएचओ प्रतिभा और एएनएम सीमा वर्मा नदारद थीं। दोनों का एक दिन का वेतन काटते हुए स्पष्टीकरण नोटिस जारी किया।



वहां से निकल कर अपर सीएमओ 10.18 मिनट पर सीएचसी टांडा पहुंचे। वहां सुबह 9 बजे से अस्पताल खुलने के बाद भी बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रदीप चौधरी व डॉ. आर के यादव, सर्जन डॉ. वसी अब्बास रिजवी, चीफ फार्मासिस्ट रमेश चंद्र और हेल्थ सुपरवाइजर जय प्रकाश नदारद थे। इस लापरवाही पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई। सभी का एक दिन का वेतन रोकते हुए इन सभी से भी स्पष्टीकरण मांगा गया।


अपर सीएमओ के पहुंचने पर आए संविदा कर्मी राजेश जायसवाल और यासमीन निहाल को कड़ी फटकार लगाई। भविष्य में समय से न आने पर सेवा से हटाने की चेतावनी दी।


डा सिद्धार्थ ने रेनबो न्यूज से संवाद करते हुए बताया कि जिले की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हो, सरकारी चिकित्सकों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों उनका दायित्वबोध हो।


इसलिए उन्हें औचक निरीक्षण छापामारी तथा अन्य आवश्यक कार्रवाई करनी पड़ रही है। जिले के कई स्थानों से यह शिकायतें मिली कि अमुक पीएचसी और सीएचसी पर चिकित्सक नर्सेज और अन्य स्वास्थ्य कर्मी प्रायः नदारद रहते हैं। इसी आधार पर उन्होंने औचक निरीक्षण कर कार्रवाई किया।

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