- कटेहरी उपचुनाव : मतदान शांतिपूर्ण होने पर प्रशासन ने ली राहत की सांस
- 23 को मतगणना के बाद कटेहरी को मिलेगा नया विधायक
अम्बेडकरनगर।तमाम गहमागहमी के बीच बुधवार को विधानसभा क्षेत्र कटेहरी में हुए उपचुनाव में कुल 56.69 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। इसके साथ ही 11 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला अब ईवीएम मशीनों में कैद हो गया है। शनिवार 23 नवंबर को मतगणना के साथ ही कटेहरी को अपना नया विधायक मिल जाएगा। इससे पहले 425 बूथों पर सुबह 7 बजे से शुरू हुई मतदान प्रक्रिया शाम 5 बजे करीब तक शांतिपूर्ण ढंग से निपट गई। इससे प्रशासन ने राहत की सांस ली। अधिकारियों ने शांतिपूर्ण एवं सुचारू मतदान के लिए सभी मतदाताओं, कर्मचारियों तथा सुरक्षा बल के जवानों को बधाई दी है।
पिछले कई दिनों से कटेहरी विधानसभा उपचुनाव को लेकर जो गहमागहमी चली आ रही थी वह काफी हद तक बुधवार को हुए मतदान के साथ निपट गई है। हालांकि अब सभी का ध्यान मतगणना की तरफ केंद्रित हो गया है, लेकिन चुनावी भाग दौड़ बुधवार को मतदान निपटने के साथ काफी हद तक थम गई। इससे पहले बुधवार सुबह 7 बजे सभी 425 बूथों पर मतगणना में लगे कर्मचारी वीवीपैट मशीनों के साथ जिम्मेदारी पर डट गए। उपचुनाव में कुल 4,05,355 मतदाताओं को मताधिकार का मौका दिया गया।
संवेदनशील केंद्रों पर सुरक्षा के अतिरिक्त प्रबंध किए गए थे। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी लगातार भ्रमण कर रहे। सीमाओं पर पहरा बिठाने के साथ ही जगह जगह चेकिंग भी कराई जा रही थी। जिलास्तरीय अधिकारियों के अलावा जोन व सेक्टर बनाकर संबंधित क्षेत्रों में मजिस्ट्रेट तथा पुलिस अधिकारी भ्रमण पर रहे। सुबह से ही बूथों पर मतदाताओं की लंबी लाइन देखने को मिली। नतीजा यह रहा कि पहले दो घंटे पर समूचे कटेहरी विधानसभा क्षेत्र में 11.49% प्रतिशत मतदान हो चुका था।
अगले दो घंटे में मतदान में और ज्यादा तेजी देखने को मिली। पूर्वान्ह 11 बजे तक 24.27 प्रतिशत मतदाता मताधिकार का प्रयोग कर घरों को लौट चुके थे। दोपहर साढ़े 12 बजे तक 32.28 प्रतिशत मतदाता अपना नया विधायक चुनने के लिए वोट डाल चुके थे। दोपहर बाद भी मतदान में कमीं का दौर नहीं रहा। दोपहर तीन बजे तक 49.43 प्रतिशत मतदाता मतदान कर चुके थे। शाम पांच बजे मतदान की अवधि समाप्त होने तक जिला प्रशासन के अनुसार 56.69 प्रतिशत मतदाताओं ने बूथों तक पहुंच मताधिकार का प्रयोग किया।
बुधवार को हुए मतदान में भाजपा के धर्मराज निषाद, सपा की शोभावती वर्मा, बसपा के अमित वर्मा के साथ ही पीस पार्टी प्रत्याशी मोहम्मद असद, कम्युनिस्ट पार्टी आफ इंडिया प्रत्याशी नीलम सिंह, आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के प्रत्याशी राजेश कुमार, भागीदारी पार्टी (पी) के प्रत्याशी रामनरेश, मूलनिवासी समाज पार्टी के प्रत्याशी शत्रुघ्न व निर्दलीय अयोध्या, निर्दलीय प्रत्याशी ओमवीर वर्मा एवं निर्दलीय प्रत्याशी गोविंद कुमार का भाग्य मशीन में कैद हो गया। मतदान के बाद मशीनों को मतगणना स्थल राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज अकबरपुर में रखवा दिया गया। शनिवार 23 नवंबर को इसी कॉलेज में मतों की गणना होगी।
राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में रखी गईं मशीनें
शाम पांच बजे मतदान प्रक्रिया संपन्न होने के बाद पीठासीन अधिकारियों ने प्रत्याशियों के एजेंट के सामने वीवीपैट को सीलबंद किया। इसके बाद उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच जिला मुख्यालय स्थित राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में स्थापित स्ट्रांग रूम में रखे जाने का सिलसिला प्रारंभ हो गया। यह सिलसिला रात तक चलता रहा। एडीएम डॉ सदानंद गुप्ता ने बताया कि रात तक स्ट्रांग रूम में ईवीएम व वीवीपैट के पहुंचने का दौर चला। इसके बाद स्ट्रांग रूम को सील कर दिया। इसकी सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों को लगाया गया है। किसी को भी स्ट्रांग रूम तक जाने की अनुमति नहीं है। ईवीएम की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी का भी सहारा लिया जा रहा है।
मतदान केंद्रों का जायजा लेते रहे अधिकारी
मतदान प्रक्रिया को सकुशल व शांतिपूर्ण ढंग से निपटाने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी अविनाश सिंह व एसपी डॉ कौस्तुभ समेत अन्य अधिकारी लगातार विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न मतदान केंद्रों पर पहुंचकर जायजा लेते रहे। साथ ही जिम्मेदार अफसरों को जरूरी दिशा निर्देश देते रहे। मतदान के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो, इसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारी अविनाश सिंह व एसपी डॉ कौस्तुभ पूरे दिन कटेहरी विधानसभा क्षेत्र में बने रहे।
सुबह से ही विभिन्न बूथों पर पहुंचकर मतदान प्रक्रिया का जायजा लेते रहे।साथ ही मतदान में लगे कर्मचारियों व सुरक्षा अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिया। इसके बाद दोनों अधिकारी न सिर्फ लगातार विभिन्न मतदान केंद्रों पर पहुंचकर जायजा लेते रहे, बल्कि इसमें लगे कर्मचारियों को दिशा निर्देश देने के साथ ही अन्य अधिकारियों से फीडबैक लेते रहे।सीडीओ आनंद कुमार शुक्ल, एएसपी डॉ विशाल पांडे,परियोजना निदेशक अनिल कुमार सिंह भी भारी भरकम पुलिस बल के साथ अलग अलग क्षेत्रों में पहुंचते रहे। रिटर्निंग आफिसर व सुपर जोनल मजिस्ट्रेट आदि अधिकारियों ने भी मतदान को कुशलतापूर्वक सम्पन्न कराने में प्रभावी भूमिका निभाई।
कोई ट्रॉई साइकिल से पहुंचा तो कोई परिवारीजनों के साथ आया
दिव्यांग भी मतदान को लेकर दिखे सजग
उपचुनाव में मतदान को लेकर दिव्यांगों ने भी बढ़- चढ़कर अपना जज्बा दिखाया। कोई ट्रॉई साइकिल पर सवार होकर, तो कोई परिवार के सदस्य के सहारे अपने मतदान केंद्र पर पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान के लिए एक तरफ जहां युवाओं में बुधवार को उत्साह देखने को मिला, वहीं दिव्यांग भी इसमें पीछे नहीं रहे। कुल 3311 दिव्यांग मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में दर्ज था। मताधिकार का प्रयोग करने के जज्बे ने उन्हें अलग अलग माध्यम से मतदान केंद्र पहुंचा दिया। मताधिकार का प्रयोग कर बाहर निकले दिव्यांगों का कहना था कि वे शारीरिक रूप से कमजोर जरूर हैं, लेकिन लोकतंत्र को मजबूत करने का जज्बा कमजोर नहीं पड़ा है।
दिव्यांगजन और बुजुर्गों की सहायता के लिए जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी प्रतिभा यादव ने अपनी टीम के साथ बूथों का व्यापक निरीक्षण किया और सुनिश्चित किया कि हर मतदाता को मतदान में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
मतदान केंद्रों पर व्हीलचेयर, रैंप, और वालंटियर्स की मदद से दिव्यांगजन और बुजुर्गों को वोट देने के लिए प्रोत्साहित किया गया। विशेष व्यवस्था के तहत उन्हें प्राथमिकता से मतदान करने का अवसर दिया गया। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर बुजुर्गों और दिव्यांगों की कतारें यह दिखा रही थीं कि लोकतंत्र के प्रति उनका समर्पण अडिग है। बता दें कि कटेहरी विधानसभा में कुल 3311 दिव्यांग मतदाता है
80 वर्षीय कालीचरण ने कहा, "चुनाव में हिस्सा लेना मेरा अधिकार है। सरकार ने हमारे लिए इतनी सुविधाएं दी हैं, तो हमें भी आगे आकर अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।" वहीं, दिव्यांग मतदाता राजेश ने कहा, "इस बार सुविधाओं में सुधार हुआ है। रैंप और व्हीलचेयर की मदद से हमें कोई परेशानी नहीं हुई।"
युवाओं ने दिखाया उत्साह, किया बढ़ चढ़कर मतदान
मताधिकार का प्रयोग करने को लेकर युवाओं में व्यापक उत्साह दिखा। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर युवाओं की लंबी लाइन लग गई। मताधिकार का प्रयोग करने के बाद युवाओं के चेहरे पर जो खुशी दिखी, वह देखने के काबिल थी। उपचुनाव के बावजूद मतदान करने को लेकर युवाओं में बुधवार को काफी उत्साह दिखा। न सिर्फ नगरीय क्षेत्र के मतदान केंद्र, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित मतदान केंद्रों पर भी सुबह से युवाओं की लंबी लाइन लग गई, जो शाम तक जारी रही।