अपनी काबिलियत और कड़ी मेहनत से IAS बनी छोटे कद की आरती डोगरा

अपनी काबिलियत और कड़ी मेहनत से IAS बनी छोटे कद की आरती डोगरा


आज भी कुछ लोग
इंसान की काबिलियत की बजाए रंग-रूप और उनकी कद-काठी से आंकते हैं,लेकिन कभी कभी छोटे दिखने वाले लोग बड़े-बड़े कारनामे कर जाते हैं, जिसे देखकर हमरे समाज के लोग दंग रह जाते हैं। एक ऐसी ही शख्सियत हैं आईएएस अफसर आरती डोगरा, जिन्होंने अपनी कामयाबियों के सफर में कभी अपने कद आड़े नहीं आने दिया।

आरती डोगरा का जन्म उत्तराखंड के देहरादून में हुआ था, उन्हें बचपन से ही समाज में चल रहे भेदभाव का सामना करना पड़ा। आरती डोगरा बाकियों से अलग है,आरती का कद 3 फुट, 2 इंच है। उन्हें देखकर लोग उनका खूब मज़ाक बनाया करते थे और उनपर हंसते भी थे, कुछ लोगों ने उनके माता - पिता से यहां तक कह दिया कि आपकी बेटी बोझ है,आप इसे क्यों पाल रहे हो ? इसे मार डालो! लेकिन इन सब बातों का उनके माता-पिता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता था,क्योंकि वो अपनी बेटी आरती से बहुत ज्यादा प्यार करते थे। समाज की बातों को नज़रअंदाज़ करते हुए उनके परिवार वालों ने अपनी बेटी आरती को पढ़ाया लिखाया और इस काबिल बनाया कि कोई भी उनका मज़ाक ना बना सके।

आरती के जन्म के समय डॉक्टरों ने यह कह दिया था कि उनकी बेटी सामान्य स्कूल में नहीं पढ़ पाएगी,लेकिन इसके बावजूद भी उनके माता - पिता ने अपनी बेटी को सामान्य स्कूल में डाला। आरती ने अपनी स्कूली शिक्षा देहरादून के वेल्हम गर्ल्स स्कूल से प्राप्त की और दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन किया। इसके बाद आरती अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए वापस अपने परिवार के पास देरहरादून चली आई, जहां एक दिन उनकी मुलाकात देहरादून की डीएम आईएएस मनीषा से हुई। इस मुलकात के बाद आरती की सोच और ज़िंदगी दोनों ही बदल गई,आईएएस मनीषा से मिलने के बाद उनके भी मन में आईएएस बनने की जिज्ञासा पैदा होने लगी। फिर क्या था आरती आईएएस बनने की तैयारी में जुट गई, उन्हें मन ही मन एहसास हुआ कि आईएएस बनकर वो समाज के लोगों की सोच बदल सकती हैं।

कहते है कि "मेहनत इतनी करो की किस्मत भी घुटने टेक दे" कुछ ऐसा ही कर दिखाया आरती ने। उन्होंने पहले ही प्रयास में लिखित और साक्षात्कार दोनों ही पास कर लिया। आरती डोगरा राजस्थान कैडर की आईएएस अधिकारी है,आरती डोगरा को राजस्थान के अजमेर की नई जिलाधिकारी के तौर पर नियुक्ति मिली है। इससे पहले राजस्थान के बीकानेर और बूंदी जिलों में भी कलेक्टर का पदभार संभाल चुकी हैं। आरती डोगरा को राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर कई पुरस्कारों से नवाज़ा जा चुका हैं। ऐसे में कहां जा सकता है कि "जो अपनी काबिलियत पर विश्वास रखते हैं वही अक्सर मंजिल तक पहुंचने में सफल होते हैं। 

Post a Comment

और नया पुराने