अम्बेडकरनगर। धान क्रय केंद्र निर्धारित करने में विपणन विभाग के कर्मचारियों ने लापरवाही बरती है। धरातल पर सत्यापन किए बगैर जर्जर और खंडहर भवनों को भी क्रय केंद्र बना डाला। यहां धान असुरक्षित और पहुंचने के लिए किसान परेशान होंगे। यह मनमानी व उदासीनता जलालपुर तहसील के गांवों में बरती गई है। प्रधानों के नेतृत्व में यह शिकायत लेकर बड़ी संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने निर्धारित व प्रस्तावित दोनों केंद्रों की तस्वीर को साक्ष्य के तौर पर सामने रखा।
ऐंदिलपुर गांव के प्रधान सुरेश कुमार, गौरा महमदपुर की प्रभावती देवी, करमैनी व जीवत गांव के प्रधान के नेतृत्व में ग्रामीण देवेंद्र वर्मा, अवधेश कुमार, हरीराम, महेंद्र, सुशील, रामबक्श, मनीराम, राम आशीष, रामलखन, प्रमोद, नरसिंह, मुंशीलाल, श्रवण कुमार, अच्छेलाल, तालुकराज ने बताया कि विपणन विभाग से गयासपुर गांव में धान क्रय केंद्र खंडहर हो चुके भवन में बनाया गया है। यहां की हालत देखकर खरीद करना दूर, जोखिम से बचाना ही चुनौती होगा। खरीदे गए धान को खंडहर भवन में सुरक्षित रखना कठिन होगा। अभी गत दिनों हुई रिमझिम बारिश के दौरान समस्या देखने के बाद भी विभाग सचेत नहीं हुआ।
ग्रामीणों ने जीवत ग्राम पंचायत में क्रय केंद्र बनाने के लिए साधन सहकारी समिति के भवन की तस्वीर दिखाई तो डीएम दंग रह गए। यहां सुविधा और संसाधनों से लैस समिति का चमाचम भवन मिला। ऐसे में विपणन विभाग की मनमानी के बारे में उन्होंने संबंधित अधिकारियों से जानकारी लेकर ग्रामीणों की मांग को पूरा करने के लिए निर्देशित किया। चमाचम भवन छोड़कर खंडहर को क्रय केंद्र बनाने वालों के सिर पर कार्रवाई की तलवार लटकी है। उधर, जिलाधिकारी सैमुअल पॉल द्वारा साधन सहकारी समिति को क्रय केंद्र बनाने का निर्देश सुनने के बाद ग्रामीण संतुष्ट होकर गांव लौट गए। -रमाकांत पांडे- ब्यूरो चीफ, बेनकाब भ्रष्टाचार