दुनियाभर को कोरोना के खौफ से अभी मुक्ति नहीं मिली है। तीसरी लहर की आशंका के बीच ओमिक्रोन वेरियंट के खतरे ने चिताएं बढ़ा दी है। इससे राजस्थान भी अछूता नहीं है। राजस्थान में कोरोना टीकाकरण अभियान चल रहा है।
कोरोना टीकाकरण टीम पर हमला के दो मामले राजस्थान के दौसा जिले में सामने आए हैं। इनके वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। दौसा जिले के गांव नांदरी में दोपहर को सीएचए भावना राजपूत, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सफेदी ने खेत में काम कर रही एक बुजुर्ग महिला को टीका लगवाने को कहा तो महिला ने टीका लगवाने से मना कर दिया।
टीकाकरण टीम के सदस्यों ने महिला को कोरोना महामारी के खतरे बताते हुए फिर से टीका लगवाने को कहा तो खेत में काम कर रही महिला को गुस्सा आ गए। उसने टीम से कहा कि तू कोई थानेदार है क्या, जाओ यहां से नहीं तो खोपड़ी में डंडा मारुंगी। इतना कहने के बाद महिला खेत से हाथ में डंडा लेकर टीकाकरण करने गई टीम के पीछे ही दौड़ पड़ी। टीम को वहां से जान बचाकर वैक्सीन बॉक्स लेकर भागना पड़ा।
इधर, दौसा जिले के ही गांव बहरावण्डा में कोरोना वेक्सिनेशन के लिए सूचना देने गई आंगनबाड़ी केंद्र द्वितीय की आशा सहयोगिनी राजन्ती देवी के साथ ग्रामीणों ने डंडों से मारपीट कर दी, जिससे आशा सहयोगिनी के कमर व हाथों में चोट आई।
आशा सहयोगिनी राजन्ति ने बताया कि चिकित्सा विभाग के आदेश अनुसार कोरोना टीकाकरण की सूचना देने के लिए नर्सिंगकर्मी के साथ बाजार में रहमान खान पुत्र मजिद के घर गई तो मेरे को गाली गलौज करते हुए डंडे से मारपीट कर बेहोश कर दिया। आवाज सुनकर आये अन्य लोगो ने बीच बचाव किया।