नई दिल्ली। भारत तीज त्योहारों का देश है। यहाँ लोक पर्व का एक अलग महत्व है। उन्हीं लोक पर्वो में एक लोक पर्व है होली जो हिंदी वर्ष के आखिरी माह फागुन में आता है । यह बुराई पर अच्छाई की जीत एवं समाजिक भाईचारे का पर्व है। यह पर्व रंग,गुलाल एवं समाजिक भाईचारे के साथ पूरे भारत सहित दुनिया के कई क्षेत्रों में मनाया जाता है।
कवि, लेखक एंव पत्रकार तथा समाजसेवी लाल बिहारी लाल के लिखे तीन होली गीत मानविता मिडिया प्रा.लि.कंपनी से रिलीज हुए है जिसमें पहला गीत भोजपुरी में होली खेलब पिया संग स्वर दिया है कविता पाण्डेय ने, दूसरा गीत वरुण कमलेश की आवाज में कर दो अंग को लाले लाल तथा तीसरा गीत माडल एवं सिंगर हिमानी ने स्वर दिया है जिसके बोल है रंग मल-मल के लगाओं । इन तीनों गीतों का संगीत आदर्श वर्मा ने दिया जबकि निर्देशन मनीष पाण्डेय का है। हाल ही में लाल के लिखे शिव भजन मानविता मीडिया से कविता पाण्डेय की आवाज में बम बम भोले रिलीज हुआ है जो काफी लोकप्रिय हुआ है।
लाल बिहारी लाल इससे पहले सैकड़ों गीत टी. सीरीज, एचएमवी,सुरताल,प्रज्ञा, चंदा,सोनूटेक तथा वीनस सहित दर्जनों कंपनियों के लिए दर्जनों गायक, गायिकाओं के लिए लिख चुके हैं। इनके लिखे कई गीत नब्बे के दशक में हीट हुए, जो बाजरों में आज भी चल रहे है। इनके लिखे गीत गाने वालों में तारा बानो फैजाबादी, शायराबानो फैजावादी, नरेन्द्र सागर, संजय प्रभाकर, रमायण सिंह राकेट, सरिता साज, शर्मिला पांडेय,जय राम जुल्मी,गजेन्द्र ओझा,मन्नत,महक,दिलीप कुशवाहा दिलजले आदि शामिल हैं।
उनकी भोजपुरी कविता-क्रांति बिहार के मगध ओपेन विश्वविद्यालय के एम.ए तथा अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय के बी.ए के पाठ्यक्रम में भी शामिल हैं। इन्हें भोजपुरी एवं हिंदी साहित्यसेवा के लिए कई सम्मान भी मिल चुके हैं। इन्होंने सहित्य अनुरागियों के लिए साहित्य सेवा के सुगम मंच भी साहित्य टी.वी के माध्यम से प्रदान कर रहे है।
Report- नीरज पाण्डेय