सहकारी समितियों में डीएपी नहीं, खाद किल्लत से खेती-किसानी प्रभावित

सहकारी समितियों में डीएपी नहीं, खाद किल्लत से खेती-किसानी प्रभावित


अम्बेडकरनगर।   सहकारी समितियों में डीएपी खाद न होने से किसानों को गेहू के साथ ही दलहनी व तिलहनी फसलों की बोआई में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सहकारी समितियों में खाद न होने के कारण गेंहू सरसों, चना, मटर व आलू की बोआई के लिए एक-एक बोरी डीएपी की लिए किसानों को भटकना पड़ रहा है, जिससे मजबूर होकर किसान महंगे दामो पर निजी दुकान से खाद लेने को मजबूर हो रहा है। 


कृषि विभाग का दावा है कि जिले में निर्धारित लक्ष्य से ज्यादा खाद आपूर्ति किया जा चुका है, लेकिन फिर भी कमी है। नवम्बर माह में जिले को लक्ष्य से ज्यादा डीएपी खाद मिल चुकी है। इसके बाद भी किसानों को खाद के लिए भटकना पड़ रहा है। लोगो का कहना है कि कुछ बड़े किसानों एव दुकान दारो ने डीएपी खाद को स्टॉक कर लिए है, जिससे यह दिक्कत आ रही है। 


किसानों ने बताया कि शहजादपुर सिझौली बेवाना, रामपुर, अफजलपुर, विजयगांव आदि सहकारी समितियों के गोदामों में जाने पर खाद नहीं मिली। उन्होंने बताया कि उन्हें गेहू और आलू की बुवाई करनी है, लेकिन खाद न मिलने से दिक्कत हो रही है। किसानों ने बताया कि डीएपी न मिलने से बुआई प्रभावित हुई है। सहकारी समितियों से खाद नदारद होने के बाद निजी दुकानदार महंगे दाम पर खाद बेचते है।


गांववासियों ने बताया कि गेहू की बुवाई के लिए डीएपी खाद की जरूरत थी, लेकिन खाद सोसाइटी पर नही है, जिससे निजी दुकान से महंगे दाम पर खाद खरीदना पड़ रहा है। 

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