भीटी एसडीएम सुनील कुमार गिरफ्तार, भेजे गए जेल
चंदौली के कांशीराम आवास योजना में गड़बड़ी से जुड़ा है मामला
अम्बेडकरनगर। कांशीराम आवास योजना में हुई गड़बड़ी की जांच में अनियमितता बरतने के आरोपी भीटी के एसडीएम को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसडीएम भीटी सुनील कुमार सोमवार रात गिरफ्तार कर लिए गए। हाईकोर्ट के आदेश पर चंदौली जनपद पुलिस ने यह कार्यवाई की। प्रकरण वर्ष 2013 में उनकी चंदौली जनपद में तैनाती से जुड़ा है। खबर है कि कांशीराम आवास योजना में कतिपय गड़बड़ी की शिकायत हुई थी। उसकी जांच इनके द्वारा ठीक ढंग से नहीं की गई थी।
मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया था। बीते दिनों मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने सुनील कुमार की गिरफ्तारी का आदेश जारी कर दिया था। इसी क्रम में चंदौली पुलिस देर शाम अंबेडकरनगर पहुंची। इसके बाद भीटी पुलिस टीम को साथ लेकर एसडीएम के अकबरपुर स्थित सरकारी आवास पहुंची। वहां पुलिसकर्मियों ने उन्हें गिरफ्तारी का आदेश दिखाया।
काफी देर एसडीएम और पुलिसकर्मियों के बीच गिरफ्तारी को लेकर बात हुई। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। आधी रात तक चले घटनाक्रम के बाद रात में ही पुलिस टीम उन्हें लेकर चंदौली चली गई जहां मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
एसपी अजीत कुमार सिन्हा ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है ।एसओ भीटी पंडित त्रिपाठी ने बताया कि चंदौली पुलिस एसडीएम को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई। एसडीएम के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी था, जिसके बाद इनकी गिरफ्तारी हुई हैं।
क्या है पूरा मामला ?
चंदौली में नायब तहसीलदार के पद पर तैनाती के दौरान सुनील कुमार पर वर्ष 2011 में काशीराम आवास आवंटन में व्यापक गड़बड़ी का केस कोतवाली में दर्ज है। चंद्रमोहन सिंह की तहरीर पर चंदौली कोतवाली में 51 आरोपितों पर केस दर्ज हुआ था। उस समय पुलिस ने चार आरोपितों को गिफ्तार किया था। बाकी के आरोपितों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। 14 अगस्त 2013 को चंद्रमोहन सिंह ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल करते हुए कार्रवाई की मांग की थी। इसमें तत्कालीन नायब तहसीलदार सुनील कुमार, अधिशासी अधिकारी, कानूनगो, लेखपाल समेत 11 कर्मचारी आरोपित थे। कोर्ट ने इनके खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया है।
