उत्तर प्रदेश सरकार ने बिजली कर्मियों को काम पर लौटने की चेतावनी दी है। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा है कि यदि संविदाकर्मी समय रहते काम पर नहीं लौटे तो उनके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति (वीकेएसएस) की हड़ताल के कारण राज्यभर में भारी बिजली की कटौती हुई है। राज्य की राजधानी लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्र कई घंटे तक प्रभावित रहे। कई जगहों से शिकायतें मिली जिसके बाद प्रशासन की तरफ से कार्रवाई की गई। इस बीच सूबे के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने हड़ताली कर्मचारियों को चेतावनी जारी की है कि किसी को सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। गड़बड़ी करने वालों पर नजर रखी जा रही है। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
लखनऊ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि बिजली कर्मियों के कुछ संगठन हड़ताल पर हैं। हमने उनके साथ बार बात वार्ता की लेकिन बात नहीं बनी है। हम बातचीत करने को तैयार हैं। जो संगठन हमारे साथ हैं वह निष्ठा से काम कर रहे हैं उनको हम धन्यवाद देते हैं। एनटीपीसी समेत कुछ निजी संस्थान हमारी मदद कर रहे हैं। जनता ने भी हमारा साथ दिया है।
शर्मा ने कहा कि हमारी क्षमता 27000 हजार मेगावाट है डिमांड अभी आधी चल रही है। मौसम की वजह से हमारी कुछ लाइन डिस्टर्ब हुई हैं। कुछ जगह लाइन डिस्टर्ब करने की कोशिश की गई थी। हड़ताल का कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ा है। कुछ लोगों ने कानून को हाथ मे लेने की कोशिश की है। उनको सबक सिखाया जाएगा। जहां भी कोई समस्या आई हमने ठीक कराया जा रहा है। जहा भी वारदात हो रही है वहा की डिटेल हमारे पास है। यह राष्ट्रीय और जनता की सम्पत्ति।
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा की बड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि गड़बड़ी करने वालों पर नजर रखी जा रही है। अब तक 1332 संविदा बर्खास्त किए गए हैं। संविदा कर्मचारी वापस नहीं लौटे तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच, जानकारी के अनुसार मोहनलालगंज क्षेत्र में आठ, गोसाईगंज में पांच और पूर्णपुर में तीन बंद हैं। अमेठी, निगोहां में भी बिजली की आपूर्ति नहीं हुई। हालांकि, लेसा के तहत आने वाले शहरी क्षेत्र में लंबे समय तक बिजली गुल रहने की कोई खबर नहीं है। हड़ताल में शामिल वीकेएसएस डेयरी यूनिट की प्रवक्ता विजय त्रिपाठी ने कहा, "हड़ताल का समर्थन करने के लिए गुमटी, फजलगंज, दादा नगर, शास्त्री नगर, बर्रा और अन्य क्षेत्रों में 185 ट्रांसमिटर्स सहित 60 से अधिक हस्ताक्षर बंद कर दिए गए हैं।"
हड़ताल से जिले के करीब लाखों लाख उपभोक्ता सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं। वहीं वाराणसी में बिजली गुल होने से नैबस्ती पाण्डेयपुर, इंग्लिश लाइन, परेडकोठी, मालदहिया, सिद्धगिरि बाग, मैदागिन से जुड़े मोहल्ले, रामनगर, सारनाथ, कंदवा सहित अन्य क्षेत्रों में लोग खराब हुए हैं।
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