अंबेडकरनगर : जिला चिकित्सालय में घूम रहे तथाकथित पत्रकारों से डॉक्टर, मरीज व उनके तीमारदार सभी परेशान

अंबेडकरनगर : जिला चिकित्सालय में घूम रहे तथाकथित पत्रकारों से डॉक्टर, मरीज व उनके तीमारदार सभी परेशान



जिलाधिकारी अविनाश सिंह का ध्यान आकृष्ट कराते हुए अनेकों पीड़ितो ने जिला अस्पताल को झोलाछाप पत्रकारों से मुक्ति दिलाने की मांग किया है


- सत्यम सिंह


अंबेडकरनगर। झोला छाप डाक्टर के बाद अब झोला छाप तथाकथित पत्रकारों का जिला चिकित्सालय में घूमना चर्चा का विषय बना हुआ है। चिकित्सालय परिसर में इन दिनों झोला छाप तथाकथित पत्रकार पीठ पर झोला टांग,हाथ में स्मार्ट फोन लेकर घूमते दिखाई दे रहे हैं जिससे चिकित्सालय में चिकित्सकों के अलावा इलाज के लिए आए हुए मरीजों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।


तथाकथित पत्रकारों द्वारा पीड़ितो ने बताया कि ये झोला छाप तथाकथित पत्रकार अपने आपको पत्रकार बता कर मरीजों को डराने धमकाने का काम करते हैं और मरीजों को जिला चिकित्सालय में सही इलाज न हो पाने की बात कहते हैं और मरीजों को उनके परिजनों से कहकर प्राइवेट अस्पताल में ले जा कर भर्ती करवा देते हैं और वहा से दलाली की मोटी रकम कमीशन के तौर पर पा जाते हैं। 


बहुतों के बारे में बताया जाता है कि ये तथाकथित पत्रकार संयुक्त जिला अस्पताल के आपातकालीन, मरीजों के वार्ड, महिला वार्ड, ओपीडी में नित चक्कर लगाते हैं। यहां ये मरीजों के तीमारदारों की मदद करने का दिखावा करते हैं। दवाओं, ब्लड यूनिट, एंबुलेंस आसानी से उपलब्ध कराने की बात कहकर उनका आर्थिक शोषण करते हैं। कुल - मिलाकर इन तत्वों ने पत्रकार का चोला धारण कर संयुक्त जिला अस्पताल को कर्मभूमि बना ली है। हर सुबह नित दैनिक क्रियाओं के उपरांत ये अस्पताल परिसर के निकट जलपान केंद्रों पर पहंुचकर चाय-नाशता करते हैं और फिर वहीं से अपने धंधे की शुरूआत भी करते हैं। 


जिला अस्पताल के निकट कई जलपान की दुकान चलाने वालों ने कहा कि इन पत्रकारों का ऐन-केन पैसा कमाना ही मुख्य ध्येय होता है। ये लोग गंभीर मरीजों के तीमारदारों का मनमाना आर्थिक शोषण करते हैं। अपने को पहुंच वाला पत्रकार बताकर दवा, कफन एवं एंबुलेंस की व्यवस्था करने वाले इन तथाकथित पत्रकारों से सभी लोग तंग आ चुके हैं।अस्पताल परिसर में सुबह 8 बजे से दोपहर 3 बजे तक कई झोला छाप तथाकथित पत्रकार हाथ में पर्चा लिए शिकार की तलाश में भटकते हुए दिखाई देते हैं।



जिला अस्पताल के डॉक्टर इन तथा कथित पत्रकारों से परेशान हैं, साथ ही मरीज और तीमारदार इन पत्रकारों के रवैय्ये से काफी दिक्कत महसूस करते हैं। जिला अस्पताल को इन पत्रकारों के चंगुल से मुक्त कराने का जरिया तलाशने वालों ने जिला अधिकारी अविनाश सिंह से उम्मीद लगाया है कि ये ही जिला अस्पताल में तथा कथित पत्रकारों से मुक्ति दिलाएंगे।

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