'मिट्टी में मिले, अब रगड़े जा रहे': क्या पुलिस की कार्रवाई से टूट गया अतीक, जानें क्यों सताने लगा मौत का खौफ?

'मिट्टी में मिले, अब रगड़े जा रहे': क्या पुलिस की कार्रवाई से टूट गया अतीक, जानें क्यों सताने लगा मौत का खौफ?

अतीक को मौत का खौफ सता रहा है। उसे उसके परिवार के मारे जाने का डर सता रहा है। मानसिक तौर पर अतीक परेशान होने लगा है। ऐसे में हमने उसकी मानसिक स्थिति जानने के लिए मनोवैज्ञानिक से बात की। आइए जानते हैं...





उमेश पाल हत्याकांड में साजिश रचने के आरोपों में नामजद माफिया अतीक अहमद को एक बार फिर साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा है। बुधवार को उसे कोर्ट में पेश किया जा सकता है। इस दौरान अतीक ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मुझे जान से मारने की कोशिश हो रही है। ये पहली बार नहीं है जब अतीक को मौत का डर सता रहा है। इसके पहले भी वह और उसके परिजन इसको लेकर बयान दे चुके हैं। 


एक न्यूज चैनल से बातचीत में अतीक ने यहां तक कह दिया, 'माफियागिरी खत्म हो चुकी है। हमारा परिवार मिट्टी में मिल चुका है। अब तो मिट्टी में मिलने के बाद रगड़े जा रहे हैं।' अतीक ने ये भी कहा कि उसके परिवार को परेशान किया जा रहा है। 


अतीक को मौत का खौफ सता रहा है। उसे उसके परिवार के मारे जाने का डर सता रहा है। मानसिक तौर पर अतीक परेशान होने लगा है। ऐसे में हमने उसकी मानसिक स्थिति जानने के लिए मनोवैज्ञानिक डॉ. हेमा खन्ना से बात की। उनसे जानने की कोशिश की है कि जो अतीक कभी किसी से डरता नहीं था, वो अचानक से इस तरह के बयान क्यों देने लगा है? इसके पीछे क्या कारण है? क्या अतीक टूटने लगा है? आइए समझते हैं...  

 

मीडिया से बातचीत में अतीक ने कहा, 'बिल्कुल मिट्टी में मिल गए हैं। मैं सरकार से कहना चाहूंगा कि अब मेरे घर की औरतों और बच्चों को परेशान न करें।' इसके बाद जब रिपोर्टर ने पूछा कि आखिर माफियागिरी क्यों की थी? इसपर अतीक ने कहा, 'माफियागिरी पहले ही खत्म हो गई है'।  


इसके पहले अतीक ने कहा, 'हमारा परिवार पहले ही बर्बाद हो चुका है। अब तो केवल रगड़ा जा रहा है। मुझे मारने की साजिश हो रही है। मेरे परिवार को परेशान किया जा रहा है। साबरमती जेल में मुझे बहुत परेशान किया जा रहा है। सरकार ने कहा था कि मिट्टी में मिला दिया जाएगा तो मिट्टी में तो हम मिल ही गए हैं अब तो मिट्टी में मिलने के बाद रगड़ा जा रहा है।' 


एनकाउंटर के डर के सवाल पर अतीक ने कहा, 'मीडिया को शुक्रिया... आप लोगों का बहुत-बहुत शुक्रिया।' अतीक ने ये भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी कराने के लिए कहा है, लेकिन परेशान करने के लिए बार-बार मुझे लाया जा रहा है। 

 

इसे समझने के लिए हमने मनोवैज्ञानिक डॉ. हेमा खन्ना से बात की। उन्होंने कहा, '15 दिन के भीतर अतीक को दूसरी बार साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा है। दोनों बार अतीक ने मीडिया से कुछ न कुछ बातचीत की है। पिछली बार वह ज्यादा परेशान नहीं दिखा था। हालांकि, बुधवार को जरूर वह परेशान नजर आया। उसके बयानों से भी यह समझा जा सकता है।'


डॉ. खन्ना आगे कहती हैं, 'अतीक के बयान से यह साफ है कि अब मानसिक तौर पर थकने लगा है। आमतौर पर बड़े अपराधियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी कोर्ट में पेश कर दिया जाता है, लेकिन अतीक को सड़क मार्ग के जरिए 24 से 26 घंटे का सफर करवाकर लाया जा रहा है। सफर में अतीक को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा उसे अपने परिवार के सदस्यों पर चल रही पुलिसिया कार्रवाई की भी जानकारी दी जाती है। इससे वह और ज्यादा परेशान हो जाता है। 


उन्होंने कहा, 'अभी अतीक को देखकर दो अनुमान लगाए जा सकते हैं। पहला यह कि अतीक अब मानसिक तौर पर टूटने लगा है। दूसरा ये हो सकता है कि वह अभी इमोशनली अपने लोगों को कुछ संदेश दे रहा हो। वह अपने समर्थकों और आम लोगों की सहानुभूति हासिल करना चाहता हो। इसके लिए वह इस तरह के बयान दे रहा हो।'

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