केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की मांग का समर्थन किया था. जिसके बाद यूपी की राजनीति गर्मा गई है.
पश्चिमी यूपी को अलग प्रदेश बनाने की मांग को लेकर सियासत तेज होती जा रही है. इसी बीच सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने अब पश्चिमी यूपी के बाद पूर्वांचल प्रदेश बनाने की मांग कर दी है. उन्होंने मंगलवार (3 अक्टूबर) को कहा कि यूपी को चार हिस्सों में बांटने की मांग काफी समय से चली आ रही है. हम भी इसका समर्थन करते हैं. ये प्रदेश बहुत बड़ा है, इसलिए इसे बांट देना चाहिए.
सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि, "ये तो लंबे समय से मांग चल रही है, हम लोग पूर्वांचल की मांग करते हैं, कोई बुंदेलखंड कोई हरित प्रदेश की मांग करता है. अलग-अलग सोच है, लोग अलग-अलग मांग करते हैं. प्रदेश बड़ा है, प्रदेश में बंटवारा हो, हम भी उसके पक्षधर हैं. हम भी यही मांग करते हैं कि प्रदेश को चार हिस्सों में बांटा जाए."
दरअसल ये पूरा मामला केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद संजीव बालियान के उस बयान के बाद सुर्खियों में आ गया है, जिसमें उन्होंने पश्चिमी यूपी को अलग राज्य बनाने की मांग का समर्थन किया और मेरठ को इसकी राजधानी बनाने तक की बात कह डाली.
उन्होंने इसके पीछे दलील देते हुए कहा कि यहां की आबादी आठ करोड़ है और यहां से हाई कोर्ट साढ़े सात सौ किमी दूर है. अलग प्रदेश बनने से यहां का विकास हो सकेगा. हालांकि उनकी इस मांग का बीजेपी में ही विरोध भी देखने को मिल रहा है. बीजेपी नेता संगीत सोम पर ने इसका विरोध करते हुए कहा कि अगर ऐसा हुआ तो इस राज्य में हिन्दू अल्पसंख्यक बनकर रह जाएंगे.
बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब यूपी को बांटने की बात कही जा रही है. 12 साल पहले भी बसपा सुप्रीमो मायावती ने यूपी को चार हिस्सों में बांटने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था. हालांकि उस वक्त तत्कालीन केंद्र की यूपीए सरकार ने कई सवाल उठाते हुए इसे वापस कर दिया था.
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