थाना पर तैनात निरीक्षक और एक दीवान पर निलंबन की कार्रवाई किए जाने से महकमे में हड़कंप मचा है। कथित घूसखोरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। जीरो टॉलरेंस के तहत पुलिस अधीक्षक ने निलंबन की त्वरित कार्रवाई करके सभी को चौंका दिया।
मामला अंबेडकरनगर जिला के हंसवर थाना का है। क्राइम इंस्पेक्टर और एक मुख्य आरक्षी द्वारा घूस लिए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। इसमें दोनो पुलिस जनों पर घूस लेने का आरोप लगा था। पीड़ित के प्रार्थना पत्र को एसपी ने गंभीरता से लिया। तत्काल उक्त कार्रवाई करके इंस्पेक्टर और मुख्य आरक्षी को निलंबित कर दिया।
----सत्यम सिंह
उत्तर प्रदेश के अम्बेडकरनगर जिले के हंसवर थाना में तैनात एक इंस्पेक्टर पर 20 हजार रुपया घूस लेने का आरोप लगा है। मामले में पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की। इंस्पेक्टर का घूस लेने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उनके साथ में एक सिपाही भी था।
एसपी ने मामले में इंस्पेक्टर और सिपाही को निलंबित कर दिया। एसपी डाक्टर कौस्तुभ से हंसवर थाना इलाके के मुंडेरा निवासी कैलाश सोनी पुत्र बच्चन सोनी ने जमीन पर कब्जा करने की शिकायत की थी। जिसके बाद थाना हंसवर में 20 नवम्बर 2023 को आरोपी हरिश्चन्दर पुत्र राम रतन, शबनम पुत्री नफीस अहमद, नफीस अहमद एवं तुफेल अहमद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। केस की विवेचना हंसवर थाने के इंस्पेक्टर सैफुल्लाह अहमद कर रहे हैं। आरोप है कि इंस्पेक्टर आरोपी शबनम, नफीस अहमद और तुफेल अहमद के प्रभाव में हैं। इस कारण वह मामले की निष्पक्ष जांच नहीं कर रहे हैं।
पीड़ित ने बताया कि आरोपियों ने उसकी पत्नी के नाम जमीन, जो ग्राम मुण्डेरा, तहसील टांडा में है, उस पर कब्जा कर लिया था। जब उन्होंने कब्जा हटवाने के उद्देश्य से प्रार्थना पत्र दिया तो इंस्पेक्टर सैफुल्लाह अहमद ने 50 हजार रुपए की मांग की। उनको डरा धमकाकर उनसे 20 हजार रुपए ले लिए गए। वहीं इंस्पेक्टर द्वारा पैसा लेने का वीडियो दुकान में लगे सीसीटीवी में कैद हो गया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद मामले में संलिप्त पाए जाने पर आरोपी इंस्पेक्टर सैफुल्लाह और मुख्य आरक्षी सुरेश यादव को एसपी ने निलंबित कर दिया। एएसपी को जांच के निर्देश दिए गए हैं।
