पिछले कुछ समय से एक तमिल फ़िल्म श्जय भीमश् की हर जगह चर्चा हो रही हैण् तमिल फ़िल्मों के सुपरस्टार सूर्या की यह फ़िल्म न्याय के लिए एक आदिवासी दलित महिला के संघर्ष को दर्शाती हैण्
महाराष्ट्र में आंबेडकर आंदोलन के लाखों कार्यकर्ता और आंबेडकर के साथ भावनात्मक बंधन रखने वाले एक दूसरे से मिलते वक्त श्जय भीमश् कहते हैंण् महाराष्ट्र के कोने.कोने में श्जय भीमश् शब्द पर हज़ारों नहीं बल्कि लाखों गीत गाए जाते हैंण् हालांकि तमिलनाडु में यह एक शब्द फ़िलहाल लोगों को दीवाना बना रहा हैण्
डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर का मूल नाम भीमराव रामजी आंबेडकर थाण् आंबेडकर आंदोलन के लिए प्रतिबद्ध लोग उनके सम्मान में उन्हें श्जय भीमश् कहते हैंण् जय भीम केवल अभिवादन का शब्द नहीं है बल्कि आज यह आंबेडकर आंदोलन का नारा बन गया हैण् आंबेडकरवादी आंदोलन के कार्यकर्ता इस शब्द को आंदोलन की संजीवनी कहते हैंण्
अभिवादन और सम्मान का शब्द कैसे क्रांति का प्रतीक बनाए इसका सफ़र भी दिलचस्प हैण् यह नारा कैसे उत्पन्न हुआ और कैसे पूरे भारत में फैल गयाण्
