अंबेडकरनगर। क्षेत्र में धान क्रय केंद्रों का संचालन सुचारु रूप से न होने से किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल विभागीय अधिकारियों की ओर से बसखारी प्रथम को क्रय केंद्र न बनाने व बगल स्थित हरैया क्रय केंद्र को बिना संचालन के ही बंद कर देने से किसानों की मुसीबतें बढ़ गई हैं। जबकि पूर्व में बसखारी प्रथम पर लघु एवं मध्यम किसानों की उपज की खरीद होती थी। अब केंद्रों का संचालन न होने से किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए दूरदराज के क्रय केंद्रों का चक्कर लगाने पर विवश होना पड़ रहा है। इससे काश्तकारों में आक्रोश है।
विकासखंड बसखारी में सिंहपुरए तरौली मुबारकपुरए तुरसमपुर तिल कारपुरए दौलतपुर हाजलपट्टीए बसहियां तथा किछौछा व हरैया में धान क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं। क्रय केंद्रों पर धान खरीद का कार्य सुचारु रूप से शुरू भी नहीं हुआ कि उसके पहले ही हरैया क्रय केंद्र को बंद कर दिया गया। इसके अलावा बसखारी प्रथम क्रय केंद्र हमेशा से लघु एवं मध्यम किसानों के लिए मुफीद क्रय केंद्र साबित रहा है। लेकिन इस बार बसखारी प्रथम को धान क्रय केंद्र नहीं बनाया गया। ऐसे में किसानों की मुश्किलों दोगुनी हो गई हैं। जहां केंद्र स्थापित होने के चलते किसान अपनी उपज आसानी से बेच लेते थेए वहीं अब उन्हें अन्य समितियों की तरफ रुख करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। जिम्मेदारों की इस मनमानी को लेकर किसानों में आक्रोश है।
किसान अनिल वर्माए अंजनी कुमार मिश्राए राम बिहारी चौधरीए मंगला प्रसाद मिश्राए चंद्र भूषण त्रिपाठीए रामकृपाल यादवए जगदीश मिश्र आदि का कहना है कि इस बार बसखारी प्रथम को क्रय केंद्र न बनाए जाने से किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। यदि क्रय केंद्र स्थापित किया गया होता तो किसान अपनी उपज आसानी से यहां बेच सकते थेए लेकिन जिम्मेदारों की मनमानी किसानों पर भारी पड़ रही है।
समितियों के चक्कर लगाने व तमाम समस्याओं से बचने के लिए किसान औने.पौने दाम में अपनी उपज बिचौलियों को बेचने को मजबूर हैं। एएमओ अवधेश कुमार वर्मा ने बताया कि तकनीकी समस्या के चलते हरैया क्रय केंद्र को बंद किया गया है। क्रय केंद्र बढ़ाने के लिए अधिकारियों से पत्राचार किया गया है।
