धान क्रय में लापरवाही करने वाले 36 केंद्र प्रभारियों पर होगी कार्रवाई : एडीएम

धान क्रय में लापरवाही करने वाले 36 केंद्र प्रभारियों पर होगी कार्रवाई : एडीएम

-सत्यम सिंह 

अंबेडकरनगर ( रेनबोन्यूज समाचार सेवा ) ।  धान खरीद समाप्त होने को लगभग एक माह पूरा होने को है, लेकिन अभी तक 36 क्रय केंद्रों की ओर से कस्टम मिल्ड राइस (सीएमआर) शाहगंज डिपो तक नहीं पहुंचाया जा सका है। खाद्य एवं विपणन कार्यालय की ओर से कई बार निर्देशित किए जाने के बाद भी अब तक सीएमआर डिपो तक नहीं पहुंचाया गया। ऐसे में अब निर्देशित करते हुए कहा गया कि एक सप्ताह में यदि सीएमआर शाहगंज डिपो तक नहीं भेजा गया, तो संबंधित क्रय केंद्र प्रभारियों के विरुद्ध केस दर्ज कराया जाएगा। इस बीच एक अप्रैल से जिले के 48 क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद का कार्य प्रारंभ होगा। इस संबंध में जिम्मेदारों को जरूरी निर्देश दिए गए हैं। निर्देशित किया गया है कि गेहूं की बिक्री करने में किसानों को किसी भी प्रकार की मुश्किल न हो, इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं।शाहगंज डिपो में सीएमआर न जमा करने वाले वाले 36 क्रय केंद्र प्रभारियों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। बीती 9 मार्च को धान खरीद का कार्य समाप्त हुआ था। इससे पहले ही सभी क्रय केंद्र प्रभारियों को निर्देशित किया गया था कि वे सीएमआर शाहगंज डिपो पर पहुंचा दें। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। इस संबंध में समय-समय पर होने वाली बैठक में भी क्रय केंद्र प्रभारियों को निर्देशित किया गया, लेकिन इसके बाद भी क्रय केंद्र प्रभारियों की ओर से गंभीरता नहीं दिखाई गई। शाहगंज डिपो तक सीएमआर को पहुंचाने को लेकर जिम्मेदार कितना गंभीर हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि धान खरीद का कार्य संपन्न हुए लगभग एक माह पूरा होने को है, लेकिन अब तक 36 क्रय केंद्र प्रभारियों की ओर से शत-प्रतिशत सीएमआर शाहगंज डिपो तक पहुंचाया जा सका है। खाद्य एवं विपणन कार्यालय के अनुसार पीसीएफ के 30, मार्केटिंग के 4 व यूपीएसएस के दो क्रय केंद्र प्रभारियों की ओर से सीएमआर शाहगंज डिपो नहीं भेजा जा सका है।

कई बार दिशा-निर्देश के बाद भी 36 क्रय केंद्र प्रभारियों की ओर से अब तक सीएमआर शाहगंज डिपो तक नहीं पहुंचाया जा सका है। इसे गंभीरता से लेते हुए संबंधित क्रय केंद्र प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि एक सप्ताह के अंदर सीएमआर शाहगंज डिपो में जमा कर दें। यदि ऐसा नहीं किया गया, तो संबंधित के विरुद्ध केस दर्ज कराया जाएगा।

-अशोक कुमार कनौजिया, एडीएम

सरकार ने गेहूं का समर्थन मूल्य 2 हजार 15 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है, जबकि आढ़तियों द्वारा 2100 से 2150 रुपये प्रति क्विंटल खरीद की जा रही है। ऐसे में किसानों की ओर से गेहूं की सरकारी क्रय केंद्र पर बिक्री की जाएगी, इसकी संभावना कम ही है। किसानों ने कहा कि जब आढ़ती समर्थन मूल्य से अधिक दाम में गेहूं खरीद रहे हैं, तो सरकारी क्रय केंद्र पर क्यों उपज की बिक्री करें।  आढ़ती न सिर्फ अधिक दाम दे रहे हैं, बल्कि नकद भुगतान करने के साथ ही घर पर पहुंचकर गेहूं की खरीद कर रहे हैं। ऐसे में किराया भाड़े पर जो खर्च होता है, उसमें बचत होगी। ऐसे में क्रय केंद्रों से बेहतर है कि आढ़तियों के हाथों ही बेचा जाए।

धान खरीद का कार्य संपन्न होने के बाद अब प्रशासन ने गेहूं खरीद को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं। खाद्य एवं विपणन कार्यालय के अनुसार जिले के 48 केंद्रों पर एक अप्रैल से गेहूं खरीद का कार्य प्रारंभ होगा। प्रथम चरण में 48 केंद्र पर खरीद शुरू की जाएगी। इसके अलावा शीघ्र ही 20 नए केंद्र भी बनाए जाएंगे। क्रय केंद्रों पर धान की खरीद सुचारु रूप से हो सके, इसके लिए जिम्मेदारों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं। सभी एजेंसियों के क्रय केंद्र प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि क्रय केंद्र पर न सिर्फ बोरों, बल्कि कांटा बांट की भी व्यवस्था समय रहते पूरा कर ली जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए।

गेहूं बिक्री के लिए जिले के दो हजार से अधिक गेहूं किसानों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है। आढ़ती मौजूदा समय में अधिक दाम पर गेहूं खरीद रहे हैं, लेकिन नई फसल तैयार होने के बाद दाम में गिरावट आएगी।

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