मैं क्या हूं?

मैं क्या हूं?

अजय एहसास

मुझे पता ना मैं क्या हूं 

मुझे बता ना मैं क्या हूं 
खुद को ही मैं ढूंढ रहा हूं 
किसे पता है मैं क्या हूं ?

कोई कहता तन्हा हूं मैं 
फिर भी नहीं अकेला हूं 
प्यार मुझे करता है कोई 
मैं तो नहीं सौतेला हूं 
प्यार भले करती है मुझसे 
उसे पता ना मैं क्या हूं 

मुझे पता ना मैं क्या हूं 
मुझे बता ना मैं क्या हूं ?

नूर किसी की आंखो का हूं 
और किसी का जीवन हूं 
विचलित, विह्वल, आनंदित 
होने वाला मैं ही मन हूं 
बात करूं मन से मन ही मन 
मन को पता नहीं क्या हूं 

मुझे पता ना मैं क्या हूं 
मुझे बता ना मैं क्या हूं ?

बेबस हूं खुद से मैं फिर भी 
किसी की ना मजबूरी हूं 
साथ, मिलन, संयोग सा हूं 
मैं ना वियोग सी दूरी हूं 
मिलकर भी कोई दूर गया 
वो समझ न पाया मैं क्या हूं 

मुझे पता ना मैं क्या हूं 
मुझे बता ना मैं क्या हूं ?

गैर सभी कहते हैं मुझको 
मैं भी किसी का अपना हूं 
किसी की खातिर लगूं हकीकत 
किसी की खातिर सपना हूं 
सपने और हकीकत में अब 
उसे पता ना मैं क्या हूं 

मुझे पता ना मैं क्या हूं 
मुझे बता ना मैं क्या हूं? 

आंखों का आंसू हूं मैं 
या दिल में बसा अरमान हूं मैं 
दुआ हूं या हूं बोझ किसी पर 
खुदा का या एहसान हूं मैं 
खुदा मेरे तू अब तो बता 
क्या तुझे पता ना मैं क्या हूं 

मुझे पता ना मैं क्या हूं 
मुझे बता ना मैं क्या हूं? 

हूं संघर्ष किसी का मैं 
और किसी की जिम्मेदारी हूं 
जब भी जिसको पड़ी जरूरत 
उसकी रिश्तेदारी हूं 
कोई रिश्तेदार बता दे 
जिसे पता है मैं क्या हूं 

मुझे पता ना मैं क्या हूं 
मुझे बता ना मैं क्या हूं? 

किसी का मैं आगाज दिखूं 
और किसी का मैं अन्जाम हूं 
बदनामी सा कुछ को दिखता 
मगर किसी का नाम हूं 
संग नाम मेरे जोड़ने वाले 
को भी पता ना मैं क्या हूं 

मुझे पता ना मैं क्या हूं 
मुझे बता ना मैं क्या हूं? 

कोई करे तलाश मेरी 
तो किसी की जैसे श्वास हूं 
धोखा लगता हूं मैं किसी को 
किसी का मैं विश्वास हूं 
खुद से ज्यादा यकीं है मुझ पर 
पर पता नहीं है मैं क्या हूं 

मुझे पता ना मैं क्या हूं 
मुझे बता ना मैं क्या हूं? 

दुश्मन भी कुछ मानते हैं पर 
मैं तो सभी का यार हूं 
नफरत से कोई देखे मुझको 
मैं भी किसी का प्यार हूं 
प्यार कई जन्मों से है 
पर पता नहीं है मैं क्या हूं 

मुझे पता ना मैं क्या हूं 
मुझे बता ना मैं क्या हूं? 

खुशी हूं या फिर दर्द हूं मैं 
या कि कोई "एहसास" हूं मैं 
तन्हा-तन्हा सा रहता हूं 
भले किसी के पास हूं मैं 
पास में जिसके भी रहता हूं 
उसे पता ना मैं क्या हूं 

मुझे पता ना मैं क्या हूं 
मुझे बता ना मैं क्या हूं?

- अजय एहसास, अम्बेडकर नगर (उ०प्र०)

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