बगैर मान्यता चलने वाले स्कूलों पर बेसिक शिक्षा अधिकारी हुए सख्त

बगैर मान्यता चलने वाले स्कूलों पर बेसिक शिक्षा अधिकारी हुए सख्त


बगैर मान्यता के कोई स्कूल संचालित होता पाया गया तो उससे वसूला जाएगा जुर्माना : भोलेन्द्र प्रताप सिंह 

अम्बेडकरनगर। जिले में बगैर मान्यता के चलने वाले स्कूलों पर बेसिक शिक्षा विभाग की नजरें तिरछी हो गई हैं। विभाग अवैध रूप से संचालित स्कूलों में ताला लटकाया जा रहा है। बीईओ से ऐसे स्कूलों की जानकारी मांगी गई है। बगैर मान्यता के चल रहे स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का निकट के स्कूलों में दाखिला कराया जाएगा। 

शिक्षकों और विभागीय अधिकारियों का मानना है कि बगैर मान्यता के चलने वाले स्कूलों को बंद कराकर उनमें नामांकित बच्चों का सरकारी स्कूलों में प्रवेश कराया जा सकता है। विभाग इस पर अमल करने की तैयारी में जुट गया है। अब खंड शिक्षा अधिकारियों से यह सूचना मांगी गई है कि किस ब्लॉक में कितने अवैध स्कूल संचालित हैं और उन स्कूलों में कितने बच्चे पढ़ रहे हैं। 

शहरी और ग्रामीण इलाकों में बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए इन दिनों स्कूल चलो अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत शिक्षक घर-घर अभिभावकों के संपर्क कर रहे हैं। मगर इसके बाद भी प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में अपेक्षाकृत बच्चों की संख्या नहीं बढ़ पा रही है। विभाग की नजर अब ऐेसे स्कूलों पर है, जो ग्रामीण इलाकों में उनके प्राइमरी और मिडिल स्कूलों को प्रभावित कर रहे हैं। 

जिले में बगैर मान्यता के चलने वाले स्कूलों की जांच कर उन्हें बंद कराया जा रहा है तथा मुकदमा भी पंजीकृत करवाया जा रहा है। भीटी क्षेत्र में आर एन मेमोरियल एकेडमी द्वारा उड़ीसा प्रांत की मान्यता दिखाकर जनपद में संचालित करने का मामला पकड़ा गया तत्पश्चात बेसिक शिक्षा अधिकारी भोलेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा उक्त स्कूल को तत्काल प्रभाव से बन्द करवाया गया तथा एफ आई आर पंजीकृत करवाने के लिए आदेशित किया गया। 

बीएसए ने कहा कि शिक्षा का अधिकार कानून- 2009 के तहत बिना मान्यता के कोई स्कूल संचालित होते मिलता है तो उससे जुर्माना वसूला जाएगा। बीएसए भोलेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि अब जल्दी ही अमान्य स्कूलों की नई सूची तैयार कर अमान्य स्कूल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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