किसी भी प्रकार का लाइसेन्स इन दुकानों पर नहीं रहता है उपलब्ध
जनस्वास्थ्य के साथ खुलेआम कर रहे हैं खिलवाड़
अम्बेडकरनगर। गर्मी का मौसम आते ही ठण्डे पेय व खाद्य पदार्थों की बिक्री धड़ल्ले से होने लगती है। जिले की सभी तहसील क्षेत्रों के कस्बे, बाजारों एवं शहरों में मोबाइल रहकर मिनी/आटो चार पहिया वाहनों पर दुकानें सजाकर कुल्फी-फालूदा, आइसक्रीम, मिल्कशेक, लस्सी आदि की बिक्री किये जाने का 10 वर्षों से चला आ रहा सिलसिला फिर शुरू हो गया है।
अकबरपुर/शहजादपुर में स्थानीय व्यापारियों के अलावा जिले में बाह्य प्रान्तों के व्यापारी यहाँ आकर साल के तीन महीनों को छोड़कर 9 महीने प्रवास कर ठण्डी लस्सी, कुल्फी फालूदा, आइसक्रीम आदि की बिक्री करते हैं। इनके बारे में कहा जाता है कि ये व्यवसाई मनमानी कीमत पर आइसक्रीम एवं अन्य ठण्डे पेयपदार्थ ग्राहकों को बेंचते हैं, और दावा करते हैं कि इन पेय व खाद्य पदार्थों में शुद्ध दूध, मलाई के साथ ही सूखे मेवे का इस्तेमाल किया गया है।
जिले का खाद्य सुरक्षा महकमा इनकी तरफ से ध्यान हटाये हुए है। स्थाई दुकानदारों के यहाँ कहने के लिए निरीक्षण और सैम्पलिंग की जाती है, परन्तु इन कथित स्वास्थ्यवर्धक महंगी ठण्डे खाद्य व पेय पदार्थ बेंचने वाले मोबाइल दुकानदारों की तरफ विभाग का ध्यान ही नहीं जाता है।
डाक बंगला अकबरपुर के पश्चित तरफ सड़क उस पार बैंक ऑफ इण्डिया शाखा के सामने श्री सांवलिया कुल्फी-फालूदा की बिक्री पूर्वान्ह 11 बजे से रात्रि 12 बजे तक की जाती है। इस स्थान पर ठण्डे महंगे पेय व खाद्य पदार्थ एक मझले आकार के चार पहिया वाहन (मिनी ट्रक) जो दुकान की शक्ल का होता है पर रखकर बेंचा जा रहा है। यह धन्धा पिछले एक दशक से चल रहा है। इस दुकानदार के बारे में बताया जाता है कि यह देश के राजस्थान प्रान्त का मूल निवासी है। जिले में दर्जनों स्थानों पर श्री सांवलिया एवं अन्य नामों से कुल्फी फालूदा की बिक्री की जा रही है।
शहर के उपभोक्ताओं का कहना है कि इन दुकानों पर सबसे महंगी आइसक्रीम और कुल्फी-फालूदा बेची जाती है। कहने वालों का कहना है कि श्री सांवलिया कुल्फी-फालूदा के इस मोबाइल वाहन शॉप पर जितनी महंगी खाद्य व पेय सामग्रियां बेंची जाती हैं उतना किसी मेट्रो एवं अन्य स्थानों पर नहीं बेंची जाती। आरोप है कि इस दुकान का संचालक ग्राहकों से सीधे मुँह बात नहीं करता है। लाइसेन्स आदि के बारे में पूछने पर कुछ भी बताने से परहेज करता है और सीधा कहता है कि जावो खाद्य सुरक्षा साहब लोगों से पूछ लो।
इस तरह की दुकानों पर मिल्क शेक, लस्सी, कुल्फी फालूदा व आइसक्रीम आदि में अखाद्य पदार्थ व स्वास्थ्य के लिए हानिकारक रसायनों का उपयोग किये जाने की भी चर्चा है। क्या श्री सांवलिया और इसकी तरह अन्य कुल्फी फालूदा बेंचने वाले मोबाइल दुकानों पर खाद्य सुरक्षा विभाग ध्यान देगा? यदि विभाग ऐसा करता है तो यह एक अत्यन्त सराहनीय और जनस्वास्थ्य हित का कार्य होगा।

