प्रदेश सरकार ने अकबरपुर चीनी मिल का गन्ना खरीद लक्ष्य बढ़ाया

प्रदेश सरकार ने अकबरपुर चीनी मिल का गन्ना खरीद लक्ष्य बढ़ाया





गन्ना पर्ची, गन्ना बिक्री और ससमय भुगतान दिए जाने के दावे को झूठा कह रहे किसान...?




- सत्यम सिंह - 9369424759




अम्बेडकरनगर। जिले के गन्ना किसानों के द्वारा यह आरोप लगाया जा रहा है कि गन्ना पर्ची के वितरण में और गन्ना क्रय केंद्रों तथा मिल गेट पर दलालों की भरमार हो गई है। इस पर नियंत्रण लगाना अंत्यत आवश्यक बताया जा रहा है। इस बाबत जानते हुए भी मिल प्रशासन इधर ध्यान नहीं दे रहा है।  किसान परेशान बताए गए हैं। उनकी इस परेशानी की तरफ विभाग, जिला प्रशासन व मिल प्रशासन का ध्यान अवश्य जाना चाहिए। 



किसानों के गन्ने की शत-प्रतिशत खरीद हो। इसके लिए शासन ने अकबरपुर चीनी मिल मिझौड़ा के खरीद लक्ष्य को बढ़ा दिया है। खरीद लक्ष्य को सात लाख क्विंटल बढ़ा कर 1.20 लाख क्विंटल कर दिया गया है। पेराई सत्र शुरू होने पर मिल को 113 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई करने का लक्ष्य दिया गया था। चीनी मिल अभी तक 59 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई कर चुका है। 



गन्ना किसानों को गन्ना बेचने में कोई दिक्कत न हो और उनके गन्ने की शत-प्रतिशत खरीद हो। इसके लिए शासन ने मिझौड़ा चीनी मिल के गन्ना खरीद लक्ष्य को बढ़ाकर 1.20 लाख क्विंटल कर दिया है। इससे किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। पहले मिल को खरीद के लिए 1.13 लाख क्विंटल का लक्ष्य दिया गया था। अभी तक किसानों के करीब 59 हजार क्विंटल गन्ने की खरीद हो चुकी है। 




मिल प्रशासन ने दावा किया है कि किसानों के गन्ने का समय से भुगतान हो रहा है। मिल द्वारा 02 फरवरी तक गन्ने की बिक्री करने वाले किसानों को भुगतान कर दिया गया है। पेराई सत्र तभी समाप्त होगा, जब किसानों के शत-प्रतिशत गन्ने की खरीद हो जाएगी। मिल प्रशासन के इस दावे को जिले के तमाम गन्ना किसान झूठा बता रहे हैं। जिले के गन्ना किसानों द्वारा यह आरोप लगाया जा रहा है कि गन्ना पर्ची के वितरण के लिए दलालों का सहयोग प्राप्त किया गया है।

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