उमेश पाल के हत्यारोपियों पर अब 5-5 लाख का इनाम, अतीक का बेटा असद भी बना मोस्टवांटेड

उमेश पाल के हत्यारोपियों पर अब 5-5 लाख का इनाम, अतीक का बेटा असद भी बना मोस्टवांटेड

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके पुलिस सुरक्षा कर्मी संदीप निषाद की 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

 


 



उत्तर प्रदेश पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों पर इनामी राशि बढ़ाकर दोगुनी कर दी है। इस मामले में गैंगस्टर और पूर्व सांसद अतीक अहमद का बेटा असद भी आरोपी है और वह फिलहाल फरार है। असद समेत पांच लोगों के बारे में सूचना देने वाले के लिए इनाम की राशि सोमवार को दोगुनी करके पांच-पांच लाख रुपये कर दी गई है।


एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार (13 मार्च, 2023) को बताया कि असद के अलावा अन्य चार आरोपी अरमान, गुलाम, गुड्डू और साबिर हैं। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके पुलिस सुरक्षा कर्मी संदीप निषाद की 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पूर्व सांसद अतीक अहमद राजू पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी है और गुजरात की जेल में बंद है।


पीटीआई-भाषा के मुताबिक, एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या में शामिल पांच लोगों की गिरफ्तारी या सूचना देने पर इनाम की राशि ढाई-ढाई लाख रुपये से बढ़ाकर पांच-पांच लाख रुपये कर दी गई है। उमेश पाल की पत्नी जया पाल की शिकायत के आधार पर धूमनगंज थाने में अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, सहयोगी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम एवं नौ अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।


इन पर भारतीय दंड विधान की धारा 147, 148, 149, 302, 307, 506 और 120बी और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम एवं आपराधिक कानून संशोधन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। जया पाल ने दावा किया कि उनके पति राजू पाल हत्याकांड में मुख्य गवाह थे। साल 2006 में अतीक अहमद और उसके सहयोगियों ने उनका अपहरण कर लिया और उन्हें अपने पक्ष में अदालत में बयान देने के लिए मजबूर किया था।


उमेश पाल ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी। 24 फरवरी को इस मामले में सुनवाई हुई थी, जिसे लेकर उमेश पाल, उनका भतीजा व दो सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद व राघवेंद्र सिंह अदालत गए थे। उमेश पाल की उनके आवास के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना के कुछ दिन बाद प्रयागराज में पुलिस के साथ अलग-अलग मुठभेड़ में मामले के अभियुक्त अरबाज और उस्मान उर्फ ​​विजय चौधरी मारे गए थे।

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