अखिलेश यादव ने नए संसद भवन की दी बधाई, कहा- 'उम्मीद है स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपरा को...'

अखिलेश यादव ने नए संसद भवन की दी बधाई, कहा- 'उम्मीद है स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपरा को...'

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने नए संसद भवन से काफी उम्मीदें जताई हैं. उन्होंने वर्तमान और पूर्व सांसदों समेत देश की जनता को नए संसद भवन के लिए बधाई दी है.




नए संसद भवन में मंगलवार से कामकाज शुरू हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन किया था. नई संसद का निर्माण कार्य 2019 में सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू हुआ. कल 20 सितंबर बुधवार से नए भवन में नियमित तौर पर संसदीय कामकाज शुरू हो जाएगा. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने नए संसद भवन के लिए सभी देशवासियों को बधाई दी है. उन्होंने वर्तमान और भूतपूर्व सांसदों को भी शुभकामना संदेश भेजा.


अखिलेश यादव को नए संसद भवन से काफी उम्मीदें हैं. उन्होंने कहा कि उम्मीद है स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपरा को नया विस्तारित परिसर राजनीतिक-वैचारिक विस्तार देगा. उन्होंने कहा कि सांसदों के लिए नयापन सिर्फ भवन का नहीं मनन का भी होगा. उम्मीद है हमारी पुरानी संसद सदैव प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी और नयी संसद नयी लोकतांत्रिक चेतना के लिए प्रकाश स्तंभ का काम करेगी. बता दें कि 75 वर्षों के संसदीय यात्रा की याद संजोए पुरानी संसद को आज अलविदा कह दिया गया. संसद के विशेष सत्र की शुरुआत 18 सितंबर से हुई है.


पहले दिन पुराने भवन में सदन की कार्यवाही चली. संसद का विशेष सत्र 22 सितंबर तक चलने वाला है. सोमवार शाम केंद्रीय कैबिनेट ने महिला आरक्षण बिल पर मुहर लगा दी. नई संसद में पहली बार पीएम मोदी ने सदस्यों को संबोधित करते हुए घोषणा की कि बिल को 'महिला वंदन अधिनियम' के नाम से जाना जाएगा. उन्होंने नई संसद के पहले भाषण में बताया कि सरकार संविधान संशोधन बिल पेश करने जा रही है. बिल पास होने के बाद लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं को आरक्षण का लाभ मिलेगा. पुरानी संसद में विशेष सत्र के पहले दिन सभापति जगदीप धनखड़ और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जोरदार बहस करते हुए नजर आए थे.

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