अंबेडकरनगर। जिले में 23 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित कर दिया गया है। इन ग्राम पंचायतों के प्रधानों को 2 अक्तूबर को कलेक्ट्रेट में महात्मा गांधी की मूर्ति देकर प्रशासन की ओर से सम्मानित किया जाएगा। इस सम्मान से न केवल संबंधित ग्राम पंचायतों के प्रयासों को सराहा जाएगा, बल्कि अन्य गांवों के प्रधानों को भी टीबी मुक्त बनने की प्रेरणा मिलेगी।
टीबी मुक्त अभियान के जिला कार्यक्रम समन्वयक अखिलेश कुमार ने बताया कि बीते माह दस सदस्यीय कमेटी ने सभी निर्धारित मानकों के आधार पर इन गांवों का सर्वेक्षण किया था। सर्वे के दौरान कौड़हा, बद्दूपुर, बसावनपुर, खेतापुर, पिपरीसैदपुर, कलेसर, अरमा, भोजपुर, चकपुरवा, बीबीपुर, कटयागंजन, टंडवा मिश्र, बरौली, दरियापुर, कोठीभार, उधरनपुर, बोदरा, रासलपारा, हरदोपुर, सोनावां, जलालपुर परसुरामपुर, मधुपुर मीरानपुर, और लोहझरा ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त पाया गया। इसके बाद इन सभी ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित कर दिया गया।
इस उपलब्धि को 2025 तक टीबी मुक्त भारत के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. गौतम मिश्र ने जानकारी दी कि सर्वे के दौरान प्रति 1,000 की आबादी पर 30 लोगों की जांच की जाती है। जिले की कुल 899 ग्राम पंचायतों में से फिलहाल 23 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त घोषित की गई हैं। यह काम बाकी ग्राम पंचायतों को भी इसी राह पर चलने के लिए प्रेरित करेगा।
सीएमओ डॉ. राजकुमार ने बताया कि 2 अक्तूबर को आयोजित इस सम्मान समारोह में इन ग्राम प्रधानों को महात्मा गांधी की मूर्ति भेंटकर सम्मानित किया जाएगा। प्रशासन का यह कदम टीबी मुक्त भारत अभियान को बल प्रदान करेगा।