अम्बेडकरनगर। जिले की कटेहरी विधानसभा स्थित राम जानकी मैरिज लॉन (भीटी) में किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही थे, जिनके साथ राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह भी सम्मिलित हुए। इस कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को जागरूक करना और सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों तक पहुंच बनाना था।
मुख्य अतिथि का वक्तव्य
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने अपने संबोधन में किसानों की समृद्धि और उनके विकास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा, "केंद्र और राज्य सरकार की प्राथमिकता किसानों की आय को दोगुना करना और उन्हें आधुनिक तकनीक से जोड़ना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में कृषि क्षेत्र में ऐतिहासिक सुधार किए जा रहे हैं। हम किसानों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं, ताकि वे उन्नत खेती कर सकें और अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार ला सकें।"
उन्होंने आगे कहा कि सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना, किसान सम्मान निधि और अन्य योजनाओं के माध्यम से किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। इसके साथ ही, श्री शाही ने किसानों से अपील की कि वे इन योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाएं और कृषि उत्पादन को बढ़ाने के लिए आधुनिक उपकरणों और तकनीकों का उपयोग करें। उन्होंने विशेष रूप से फसल अवशेष प्रबंधन पर जोर दिया और कहा कि इसके माध्यम से किसानों को पर्यावरण संरक्षण और उत्पादकता बढ़ाने के अवसर मिलेंगे।
सम्मेलन का उद्देश्य और योजनाओं का वितरण
किसान सम्मेलन में मुख्य रूप से प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना, किसान सम्मान निधि और अन्य प्रमुख योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया। कार्यक्रम के दौरान राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने लाभार्थियों को चेक और बीज वितरित किए। किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया, जिससे किसान समुदाय में गर्व और खुशी का माहौल बना। मंत्री ने कहा कि इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना और उन्हें आधुनिक कृषि तकनीकों से जोड़ना है, ताकि वे बेहतर उत्पादन कर सकें।
प्रदर्शनी का अवलोकन और किसानों के लिए सुविधाएं
सम्मेलन में विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन किया गया। ये प्रदर्शनियां किसानों को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देने के लिए स्थापित की गई थीं। राज्य मंत्री और कृषि मंत्री ने खास तौर पर फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना पर जोर दिया, जिसके तहत किसानों को अनुदान राशि दी गई। यह बैंक किसानों को कृषि उपकरण सस्ती दरों पर मुहैया कराएगा, जिससे उनकी कृषि संबंधी जरूरतें पूरी हो सकेंगी।
फसल अवशेष प्रबंधन और नई योजनाओं का शुभारंभ
फसल अवशेष प्रबंधन के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से राज्य मंत्री ने प्रचार-प्रसार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके साथ ही, उन्नतिशील किसानों को आधुनिक तकनीकों से लैस ट्रैक्टर की चाबियां सौंपी गईं। इन ट्रैक्टरों से किसानों को बेहतर और तीव्र कृषि कार्य करने में मदद मिलेगी, जिससे उत्पादन में वृद्धि होगी।
इस अवसर पर जिले के कई वरिष्ठ नेता और भाजपा के प्रमुख कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे। भाजपा जिलाध्यक्ष त्रयंबक तिवारी, विधान परिषद सदस्य हरिओम पांडे, पूर्व मंत्री धर्मराज निषाद, प्रदेश अध्यक्ष किसान मोर्चा कामेश्वर सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष किसान मोर्चा अरुण सिंह (गप्पू), जिलाध्यक्ष किसान मोर्चा राम किशोर राजभर, पूर्व प्रत्याशी भाजपा अवधेश द्विवेदी, पूर्व जिलाध्यक्ष रमाशंकर सिंह और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुधीर सिंह समेत अनेक नेता इस सम्मेलन का हिस्सा बने।
किसानों को दिए गए संदेश
राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें किसानों के कल्याण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में कई योजनाएं चल रही हैं। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे इन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाएं और अपनी कृषि उत्पादन क्षमता को बढ़ाएं।
दिनेश सिंह ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता किसानों की समृद्धि है और कृषि को आधुनिक तकनीक और उपकरणों से जोड़ने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने किसानों को हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया और कहा कि वे कृषि से संबंधित किसी भी समस्या के समाधान के लिए नजदीकी सरकारी अधिकारियों से संपर्क करें।
किसानों की प्रतिक्रिया
इस आयोजन के बाद, किसानों ने सरकार की पहल और राज्य मंत्री के संबोधन की सराहना की। किसानों ने उम्मीद जताई कि सरकार की योजनाओं से उन्हें अधिक लाभ होगा और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। सम्मेलन में शामिल हुए किसानों ने नए कृषि उपकरण और तकनीक से जुड़े होने पर प्रसन्नता व्यक्त की और आशा व्यक्त की कि यह उनकी कृषि उत्पादकता में सुधार लाने में सहायक होगा।