गोदाम इंचार्ज ने कहा कि बांटकर निपटाओ, बाकी देखा जाएगा
अम्बेडकरनगर। खाद्य रसद विभाग की अधिकारियों की मिलीभगत से गरीबों के निवाले पर डाका डाला जा रहा है। सरकार की महत्वपूर्ण योजना की बंदरबांट के चलते गुणवत्तापूर्ण राशन लोगों तक नहीं पंहुच रहा है। गरीबों के लिए गांव में बंटने के लिए आए 24 बोरी राशन की बोरियों में कंकड़ पत्थर व मिट्टी मिला है। इस मामले में कोटेदार के खराब राशन को लेकर जब गोदाम के अधिकारियों से बात की जाती है तो वंहा से किसी तरीके से खराब राशन को सही राशन में मिलाकर बांटने की सलाह दी गई। हालांकि ग्रामीणों के हंगामे के बाद कोटेदार ने राशन बांटने से इनकार कर दिया।
कटेहरी ब्लाक के आदमपुर तिन्दौली गांव में गरीबो को बांटने के लिए आए 24 बोरी चावल में कंकड, मिट्टी और धान मिला, जिसके बाद ग्रामीणों ने राशन लेने से इनकार कर दिया। मामले में कोटेदार और खाद रसद विभाग में तैनात एक कर्मचारी का ऑडियो वायरल हुआ है, जिसमे कोटेदार द्वारा जब खराब क्वालिटी वाले चावल की शिकायत की जाती है, तो कर्मचारी कहता है कि, जो बांट पाओ बांट दो, बाकी देख लिया जाएगा।
सरकार गरीबो को दो जून के निवाले के लिए महीने में दो बार राशन दे रही है, लेकिन खाद्य रसद विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार गरीबो के निवाले को छीनने में लगे है। ये अधिकारी कर्मचारी सिर्फ अपना जेब भर रहे है। हालांकि खाद्य रसद विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की कहानी किसी छुपी नहीं है। कटेहरी ब्लाक के आदमपुर तिन्दौली में खाद्य रसद विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियो के मिलीभगत से गरीबो को बांटने के लिए कोटेदार को दिए चावल की खराब क्वालिटी को लेकर ग्रामीणों ने हंगामा काटा। कोटेदार को एक दो बोरी नही, बल्कि 24 बोरी चावल खराब मिला। खराब चावल को लेकर जब ग्रामीणों ने हंगामा शुरू किया तो कोटेदार ने खराब चावल को बांटने से इनकार कर दिया है।
वहीं पूरे मामले में जिला विपणन अधिकारी राजेश कुमार से जब विश्ववार्ता ने बात किया तो वह कुछ भी बताने से कन्नी काटते नजर आये और गोलमोल जबाब देकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली। उन्होंने कहाकि ऐसा नहीं होता है। मामले की जांच कराई जाएगी। मौके पर जांच टीम भेजी गई है।
